नई दिल्ली:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं का एक तबका अपने हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र सरकार का एजेंडा और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिलें। इससे देश को नुकसान होगा। भाजपा ने प्रस्ताव का विरोध किया जिसे बाद में विधानसभा ने पारित कर दिया।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष बनर्जी ने कहा, यह प्रस्ताव किसी खास के खिलाफ नहीं है, बल्कि केंद्रीय एजेंसियों के पक्षपातपूर्ण कामकाज के खिलाफ है। विधानसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इस तरह का सीबीआई और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव विधानसभा के नियमों के खिलाफ है। प्रस्ताव के पक्ष में 189 और विरोध में 69 मत पड़े। सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां राज्य में कई मामलों की जांच कर रही हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आरोपी हैं।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में पारित किया गया है जब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई सदस्यों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं। बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी उनमें से हैं जिन्हें राज्य में एक कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है।