जयपुर:राजस्थान में चौबीस घंटे से बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने कल रविवार को भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पूर्वी राजस्थान और हाड़ौती अंचल में पिछले चार दिन से बेमौसम बारिश हो रही है। शुक्रवार रात व शनिवार को भी दिनभर बारिश का दौर जारी रहा। कोटा में शनिवार को दिनभर कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही। मध्यप्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश से चम्बल के सबसे बड़े बांध गांधी सागर के पांच स्लूज, राणा प्रताप सागर बांध के तीन, जवाहर सागर बांध के छह व कोटा बैराज के गेट 9 गेट खोलकर 1 लाख 7 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। बारा जिले में वर्षा जनित हादसों में एक महिला की मौत हो गई है। आकाशीय बिजले गिरने से पाली जिले के रोहट में 3 और चित्तौड़गढ़ जिले बेंगू में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने घटना पर गहरी संवेदना जताई है।
बूंदी जिले में सुबह से ही रुक-रुक कर रिमझिम बारिश हो रही है। यहां सुबह नवल सागर के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। वहीं हिण्डोली क्षेत्र में बारिश होने से गुढ़ा बांध बांध के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। कापरेन, नोताड़ा, जजावर, तालेड़ा, बड़ानयागांव, करवर, सुमेरगंजमंडी, जजावर, केशवरायपाटन, नैनवां में भी रुक-रुक कर बारिश हुई। ऐसे में खेतों में कट कट पड़ी फसले भीग गई। सुबह आठ बजे तक नैनवां में 56, तालेड़ा में 1, इन्द्रगढ़ में 33, हिण्डोली में 50, के.पाटन में 24, बूंदी में 50 एमएम बारिश दर्ज की गई। शाम पांच बजे तक इन्द्रगढ़ 2 , बूंदी में 4, के.पाटन में 2, तालेड़ा में 5, हिण्डोली में 5, नैनवां में 16 एमसम बारिश दर्ज की गई। झालावाड़ जिलेभर में 3 दिन से बरसात का दौर जारी है। कई जगहों पर मक्का की फसल आड़ी पड़ गई। सोयाबीन की कटकर पड़ी फसल में दाना अंकुरित होने लगा है। इसके चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। वहीं छापी बांध कैचमेंट क्षेत्र में शुक्रवार शाम और शनिवार तड़के अच्छी बारिश होने के चलते दो गेट खोलकर 4230 क्यूसेक जल निकासी की जा रही है।
बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी सोयाबीन, उड़द, मूंग, व धान की फसल बर्बाद हुई है. जिसमें सोयाबीन में पौने चार लाख व धान में एक लाख 5 हजार हेक्टेयर में नुकसान का अनुमान है. सबसे ज्यादा नुकसान सोयाबीन की कटकर खेतों में पड़ी हुई फसल को हुआ है. इसी तरह धान में भी खेत में कटकर पड़ी फसल को भी नुकसान है। यह नुकसान भी 50 से 55 फीसदी होने का अनुमान है।कोटा, बूंदी, झालावाड़ व बारां जिले में भी भारी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है।