नई दिल्ली:डेयरी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अमूल का दूध फिर महंगा होने वाला है। अमूल के एक शीर्ष अधिकारी ने इस बात के संकेत दिए हैं। अमूल के प्रबंध निदेशक (एमडी) आर एस सोढ़ी ने कहा, ‘‘कीमतें मजबूत रहेंगी, मैं यह नहीं कह सकता कि कितनी। वे यहां से घट नहीं सकतीं, केवल ऊपर जा सकती हैं।’’ सोढ़ी ने कहा कि अमूल सहकारी कंपनी ने पिछले दो वर्षों में कीमतों में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जिसमें पिछले महीने दूध की कीमतों में प्रति लीटर दो रुपये की वृद्धि भी शामिल है।
महंगाई चिंता का कारण: सोढ़ी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि उनके उद्योग में महंगाई चिंता का कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान को उनके उत्पाद के लिए उच्च कीमतों के माध्यम से लाभ मिल रहा है। अमूल और व्यापक डेयरी क्षेत्र द्वारा की गई बढ़ोतरी दूसरों की तुलना में विशेषकर लागत में हुई वृद्धि की तुलना में बहुत कम है।
क्यों बढ़ी है कीमत: सोढ़ी ने कहा कि बिजली की बढ़ी कीमतें कोल्ड स्टोरेज के खर्च को बढ़ाती हैं, जो लगभग एक-तिहाई से अधिक बढ़ गई हैं। लॉजिस्टिक्स लागत भी बढ़ी है और पैकेजिंग के मामले में भी ऐसा ही है। उन्होंने कहा कि इन दबावों के कारण दूध कीमत में 1.20 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि महामारी के दौरान किसानों की प्रति लीटर आय भी चार रुपये तक बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि अमूल इस तरह के दबावों से बेफिक्र है क्योंकि इस सहकारिता संस्था के लिए मुनाफा मुख्य उद्देश्य नहीं है। सोढ़ी ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध जैसे वैश्विक घटनाक्रम भारतीय डेयरी क्षेत्र के लिए अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होती है, वे भारतीय निर्यात में मदद करते हैं।