मुंबई: कोरोना वायरस के नए एक्सई वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि के बाद महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के एक सदस्य डॉ शंशाक जोशी का बयान सामने आया है। जोशी ने कहा कि एक्सई वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नागरिकों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया।
जोशी ने ट्वीट करते हुए कहा ‘मुंबई में एक्सई वैरिएंट की पुष्टि एक अंतरराष्ट्रीय यात्री में हुई थी। जो पूरी तरह से ठीक हो गया हैलेकिन, जीनोमिक डेटा आज सामने आया है। घबराने की जरूरत नहीं है, उचित व्यवहार का पालन करें।’ महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि 50 साल की एक दक्षिण अफ्रीकी महिला में एक्सई वैरिएंट की पुष्टि हुई है। महिला पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है। महिला असिम्प्टोमैटिक थी।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि महिला 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत आई थी। उसका पूर्व का कोई यात्रा इतिहास नहीं था। मुंबई पहुंचने के बाद शुरू में जब उसका टेस्ट किया गया तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव थी लेकिन कुछ दिन बाद जब दोबारा टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
WHO के चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामिनाथन ने मंगलवार को कहा कि इस वेरिएंट का प्रभाव डेल्टा की तरह तो नहीं होगा क्योंकि देश में बड़ी आबादी का वैक्सिनेशन हो चुका है। बता दें कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने देश में सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी। इसी वेरिएंट की वजह से कोरोना की दूसरी लहर आई थी।