मुंबई:महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। स्वाभिमानी पक्ष पार्टी के गठबंधन से अगल होने के बाद बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने उद्धव सरकार को नसीहत दी है। शरद पवार ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं।
शरद पवार ने कहा सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं। जब हम बैठक बात करते हैं तो ऐसा कोई मामला नहीं उठाया जाता है। महाराष्ट्र में अगले विधानसभा चुनाव के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में वापस आएगी। वहीं, यूपीए के नेतृत्व के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा मैंने कई बार कहा है कि मुझे यह जिम्मेदारी लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
शरद पवार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। पवार लगभग 20 मिनट तक संसद में प्रधानमंत्री कार्यालय में मोदी के साथ रहे। यह बैठक ऐसे दिन हुई है जब केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को हिरासत में लिया था। देशमुख को सीबीआई टीम ने मध्य मुंबई के आर्थर रोड जेल से हिरासत में लिया और मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।
स्वाभिमानी पक्ष पार्टी के नेता राजू शेट्टी ने मंगलवार को पार्टी के पदाधिकारियों के साथ दिन भर के विचार-विमर्श के बाद महा विकास अघाड़ी से अलग होने का ऐलान किया। शेट्टी ने कहा कि अब से स्वाभिमानी पक्ष और एमवीए के बीच किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शेट्टी ने हाल ही में अपनी पार्टी के एकमात्र विधायक देवेंद्र भुयार को संगठन से निष्कासित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि 2019 के चुनावों के परिणाम के बाद से, भुयार राकांपा नेताओं के साथ मिल रहे थे और उन्हें स्वाभिमानी पक्ष के मंच पर कभी नहीं देखा गया था।