आकलैंड: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि भारतीय टीम में विराट कोहली जैसे खिलाड़ी ही ज्यादा सुर्खियों में बने रहते हैं जबकि बतौर कप्तान शिखर धवन के अच्छे प्रदर्शन के बाद भी उन्हें उस तरह की तारीफ नहीं मिल पाती जिसके वो सच में हकदार हैं। न्यूजीलैंड में तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम की अगुआई कर रहे शिखर धवन ने 77 गेंद में 72 रन की तेज पारी खेली और शुभमन गिल के साथ पहले विकेट के लिए 124 रन की साझेदारी निभायी।
बायें हाथ के बल्लेबाज शिखर धवन की इस पारी से प्रभावित रवि शास्त्री ने प्रसारक प्राइम वीडियो पर कहा कि वो बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं और जिस प्रशंसा के हकदार हैं, उसे नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो ‘स्पाटलाइट’ (आकर्षक का केंद्र) विराट कोहली और रोहित शर्मा पर ही रहती है। लेकिन अगर आप धवन के वनडे क्रिकेट के रिकार्ड को देखो तो आपको कुछ पारियां ऐसी मिलेंगी जिसमें उसने शीर्ष टीमों के खिलाफ बड़े मुकाबले खेले हैं जो शानदार रिकार्ड हैं। शास्त्री ने कहा कि इस 36 साल के सलामी बल्लेबाज के पास बेहतरीन तेज गेंदबाजों के खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए सभी तरह के शाट्स हैं।
रवि शास्त्री ने कहा कि शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाज की मौजूदगी से काफी अंतर पैदा होता है। वो नैसर्गिक रूप से स्ट्रोक्स खेलने वाला खिलाड़ी है, उसके पास शीर्ष स्तरीय तेज गेंदबाजी का सामना करने के लिए सभी तरह के शाट्स हैं जैसे पुल शाट, कट शाट और ड्राइव शाट। जब गेंद बल्ले पर आती है तो वो इन्हें खेलना पसंद करता है और मुझे लगता है कि यहां उसका अनुभव काफी फायदेमंद होगा। शास्त्री ने धवन को उनके शुरूआती वर्षों में गन प्लेयर करार दिया था। उन्होंने कहा था कि काफी प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी मौजूद हैं, लेकिन मुझे लगता है कि खेल के इस प्रारूप में उनका (धवन का) अनुभव काफी महत्वपूर्ण होगा।