नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच लगातार तनातनी का दौर जारी है। बीसीसीआइ ने अक्टूबर में जब से एशिया कप को न्यूट्रल वेन्यू पर शिफ्ट करने की बात कही है, तब से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है। लेकिन अब इस पर पहली बार विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि “टूर्नामेंट आते रहते हैं और आप सरकार के रुख से अवगत हैं। देखते हैं क्या होता है।”
उन्होंने आज तक के कार्यक्रम पर बोलते हुए कहा कि “मैं दोहराना चाहता हूं कि हमें यह कभी स्वीकार नहीं करना चाहिए कि एक देश जिसके पास आतंकवाद का अधिकार है। हमें इसे अवैध बनाना होगा। और इसके लिए देश पर अंतरराष्ट्रीय दबाव होना चाहिए। यह दबाव तब बना रहेगा, जब आतंकवाद के शिकार लोग अपनी आवाज उठाएंगे।” हमें इसमें नेतृत्व करना होगा क्योंकि हमने आतंकवाद के कारण खून बहाया है।”
भारत-पाकिस्तान वार्ता पर क्या बोले?
भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से वार्ता शुरू करने के बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि “यह एक जटिल मुद्दा है। क्या आप मुझसे बात करेंगे अगर मैं आपके सिर पर बंदूक रख दूं? अगर आपका पड़ोसी आतंकवाद को खुलेआम मदद करता है और इसमें कुछ छिपा हुआ नहीं है कि नेता कौन हैं, शिविर कहां हैं?
हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि सीमा पार आतंकवाद सामान्य है। मुझे एक और उदाहरण दें, जहां एक पड़ोसी दूसरे के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा हो। ऐसा कोई उदाहरण नहीं है। एक तरह से यह असामान्य भी नहीं, बल्कि असाधारण है।”
इससे पहले बीसीसी की तरफ से कहा गया था कि यह सुरक्षा संबंधी मामला है और इस पर सरकार ही फैसला करेगी कि टीम इंडिया को एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाना चाहिए या नहीं। इस पूरे मसले पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से ये भी कहा गया था कि यदि उनसे एशिया कप की मेजबानी ली गई तो वह इस टूर्नामेंट में भाग नहीं लेगी।