नई दिल्ली:भारत के विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने कोलकाता के एक सभा में बात करते हुए कुछ विवादित बयान दिए हैं। भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी कपिल देव ने खिलाड़ियों से अपना रवैया को बदलने का आग्रह किया, उन्हें सलाह दी कि वे खेल का आनंद लें और अगर वे दबाव नहीं झेल सकते तो क्रिकेट खेलना बंद कर दें। दबाव में रोना रोने वाले खिलाड़ियों को कहा कि केले की दुकान लगाओ, अंडे बेचो। उन्होंने यह भी कहा कि एक खिलाड़ी को दबाव के बजाय देश का प्रतिनिधित्व करते हुए गर्व महसूस करना चाहिए।
कपिल देव ने दबाव नहीं झेल पा रहे खिलाडिय़ों को ‘केले बेचने और अंडे बचने की सलाह दी। कोलकाता में एक कार्यक्रम में अपने भाषण में उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों को केले का स्टॉल खोलना चाहिए या अंडे बेचने की दुकान लगानी चाहिए।’ उन्होंने विवादास्पद रूप से कहा, “मैं किसी खिलाड़ी को ऐसे खिलाड़ी नहीं कह सकता जो दबाव नहीं झेल सकता है।”
कपिल देव ने युवा खिलाड़ियों को फटकार लगाते हुए कहा, “मैंने सुना है कि, ‘हम आईपीएल खेल रहे हैं। इसलिए हम बहुत दबाव में हैं।’ दबाव एक बहुत ही सामान्य शब्द है, है ना? मैं ऐसे खिलाड़ी से कहूंगा जो दबाव महसूस करता है वो क्रिकेट ना खेले। आपको किसी ने क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया है। क्रिकेट में दबाव और प्रतिस्पर्धा होगी, अगर आप उस स्तर पर खेलेंगे तो आपकी प्रशंसा और आलोचना होगी। अगर आप डरते हैं, आलोचना नहीं सह सकते, तो मत खेलो।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि आप देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और आप दबाव में हैं। यह कैसे हो सकता है। आप 100 करोड़ की अधिक अबादी के देश में भारतीय टीम में खेल रहे हैं और आप दबाव महसूस कर रहे हैं। इसके बजाय आपको टीम इंडिया में खेलने के लिए गर्व महसूस करना चाहिए कि आपको टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला। इन खिलाड़ियों को खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए क्योंकि आपको लोगों का भरपूर प्यार मिल रहा है। भारत के लिए खेलने पर गर्व करना सीखें। हर किसी को यह खुशी नहीं मिलती।”