राजौरी:ढांगरी गांव में एक जनवरी को हुए आतंकी हमले की जांच के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम मिलकर अभियान चला रही है। आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए बुधवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस एक नया ऐलान किया है। पुलिस ने कहा कि ढांगरी गांव में हुए हमले में शामिल आतंकवादी राजौरी जिले के ऊपरी इलाकों में छिपे हुए हैं, इनके बारे में सूचना देने वालों को इनाम मिलेगा।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ढांगरी गांव में हुए हमले में शामिल आतंकियों की सूचना देने वालों को 10 लाख रुपए के इनाम का ऐलान किया है। इसके साथ ही मंगलवार रात जारी एडवाइजरी में पुलिस ने आतंकियों को किसी भी तरह से मदद करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
राजौरी में छुपे हैं आतंकी
ढांगरी गांव में 1 जनवरी को आतंकियों ने आम नागरिकों को निशाना बनाया था। इन आतंकियों को पकड़ने के लिए लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है। अब पुलिस ने बताया कि ये आतंकी उसी इलाके में ही छुपे हैं।
पुलिस ने कहा, “ढांगरी गांव में हमले की साजिश रचने वाले आतंकवादी अभी भी राजौरी की पहाड़ियों में छिपे हुए हैं। वे फिर से एक आतंकी घटना को अंजाम दे सकते हैं।”
पुलिस ने ये भी कहा कि कुछ स्थानीय लोग ही हैं जो इन आतंकियों की मदद कर रहे हैं। पुलिस ने कहा, “कुछ लोग हैं जो पुलिस और सुरक्षाबलों की गतिविधियों के बारे में आतंकियों को जानकारी दे रहे हैं। इसके अलावा इन आतंकवादियों के आने-जाने और खाने-पीने से लेकर सभी चीजों में इनकी मदद कर रहे हैं।”
पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में साफ कहा कि इन “आतंकवादियों” पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस ने स्थानीय लोगों से आतंकियों की मदद न करने की चेतावनी भी दी है।
जानकारी देने वाले को 10 लाख का इनाम
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार की रात एडवाइजरी जारी कर आतंकियों की जानकारी देने वालों को इनाम की घोषणा की है। पुलिस ने कहा, “आतंकवादियों के बारे में जानकारी साझा करने वाले को 10 लाख रुपये और अन्य पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके साथ ही मुखबिर का नाम गुप्त रखा जाएगा।”
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि विकास के लिए शांति एक शर्त है और लोगों को हर संभव तरीके से शांति बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करना चाहिए। बता दें कि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ढांगरी हमले की जांच कर रही है। पुलिस और सुरक्षा बल हमलावरों का पता लगाने के लिए राजौरी में बड़े पैमाने पर अभियान चला रहे हैं।
1 जनवरी को हुआ था हमला
बता दें कि, 1 जनवरी को राजौरी के ढांगरी गांव में आतंकवादियों के हमले में सात लोग मारे गए थे और 14 घायल हो गए थे। आतंकवादियों द्वारा कुछ घरों में गोलियां चलाई थी। इस हमले में दो भाइयों सहित पांच लोग मारे गए थे, जबकि एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) वहीं छूट गई थी। अगले दिन आईईडी ब्लास्ट होने से दो बच्चों की मौत हो गई थी।
ढांगरी गांव के लोगों ने दी है धमकी
बता दें कि इस हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से गांव के लोगों में काफी रोष है। रविवार को ढांगरी के निवासियों ने गांव में हमलों के पीछे आतंकवादियों का पता लगाने में सुरक्षा एजेंसियों की “विफलता” पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने धमकी दी कि यदि सुरक्षा एजेंसियां अगले 15 दिनों के भीतर आतंकवादियों का सफाया नहीं कर पाती हैं तो वे भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। गांव वालों की इस चेतावनी के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां जल्द से जल्द आतंकियों को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।