हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इसमें भगवान विष्णु ने अपने प्रिय वाहन गरुड़ देव को जीवन के अमूल्य नीतियों व गुणों के विषय में बताया है। आमतौर पर किसी परिजन के मृत्यु के बाद 13 दिनों तक गरुड़ पुराण का पाठ निश्चित रूप से किया जाता है। किंतु इसमें बताए गए कुछ गुणों का दैनिक जीवन में भी पालन करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें बताए गए मूल्यों का पालन करके व्यक्ति सफलता की ओर निरंतर आगे बढ़ता रहता है। आज गरुड़ पुराण के इस भाग में हम बात करेंगे पांच ऐसी चीजों की जिसके आसपास रहने से व्यक्ति को आकस्मिक मृत्यु का खतरा निरंतर बना रहता है।
गरुड़ पुराण में बताए इन बातों का रखें ध्यान
- गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो व्यक्ति सूर्योदय के बाद उठता है, अर्थात जो देर तक सोता रहता है। उसकी आयु कम होती रहती है, साथ ही वह कई प्रकार के रोग से घिर जाता है। इसलिए व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। इससे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहता है, बल्कि मानसिक तौर पर भी व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
- गरुड़ पुराण में और आयुर्वेद आयुर्वेद शास्त्र में यह बताया गया है कि जो व्यक्ति हर दिन रात के समय दही का सेवन करता है, उसकी आयु कम होती जाती है। रात के समय दही के सेवन से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिसके कारण कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। साथ ही यह भी बताया गया है कि रात के समय पाचन शक्ति कम होने लगती है, जिस वजह से पेट में दही ठीक समय पर नहीं पच पता है। इससे व्यक्ति को पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- गरुड़ पुराण में बताया गया है जो व्यक्ति लगातार बासी खाना या बासी मांस का सेवन करता है, उसके लिए यह भोजन अत्यंत घातक साबित होता है और इससे व्यक्ति की आयु दिन-ब-दिन कम होती रहती है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा ताजा और गर्म खाना ही खाना चाहिए। इससे न केवल शरीर को पोषक तत्व प्राप्त होता है, बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
- गरुड़ पुराण के अनुसार जिस व्यक्ति का घर सांप के बिल से निकट होता है, उसे भी आकस्मिक मृत्यु का भय हर समय सताता रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सांप किसी का मित्र नहीं होता है। वह कब और किस समय हमला कर दे, यह कोई नहीं जानता है। इसलिए सर्प निवास के निकट रहने से बचें या उस स्थान से सापों को दूर कर दें।
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