नई दिल्ली:क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। मास्टर ब्लास्टर, लिटिल मास्टर और ना जाने कितने ही नामों से मशहूर सचिन ने अपने इंटरनेशनल करियर के दौरान 22 गज की पिच पर एकतरफा राज किया। 22 साल के लंबे करियर में पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने ऐसे मुकाम हासिल किए हैं, जिनको तोड़ना शायद दुनिया के किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा। आइए आपको बताते हैं मास्टर ब्लास्टर द्वारा बनाए गए ऐसे ही पांच रिकॉर्ड्स के बारे में, जिनका टूटना असंभव सा नजर आता है।
टेस्ट और वनडे में सर्वाधिक रन
सचिन तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल करियर में 200 टेस्ट तो 463 वनडे मुकाबले खेले, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है। सचिन क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में 200 मैच खेलने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं। सचिन ने अपने टेस्ट करियर में खेल 329 पारियों में 53.78 की औसत से 15,921 रन कूटे। वहीं, वनडे में लिटिल मास्टर के बल्ले से 18,426 रन निकले। टेस्ट और वनडे में कोई भी बल्लेबाज सचिन के इस रिकॉर्ड के आसपास भी नजर नहीं आता है।
शतकों का शतक
इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों का शतक जमाने वाले सचिन तेंदुलकर इकलौते बल्लेबाज हैं। सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ना दुनिया के किसी भी बल्लेबाज के बस की बात नजर नहीं आती है। सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में 51 और वनडे फॉर्मेट में कुल 49 सेंचुरी जमाई है।
सबसे ज्यादा वनडे और टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड
22 साल के लंबे करियर में सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैच और 463 वनडे मुकाबले खेले। सचिन इंटरनेशनल क्रिकेट में इन दोनों फॉर्मेट में सर्वाधिक मैच खेलने वाले बल्लेबाज हैं। टी-20 की लगातार बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए वर्ल्ड क्रिकेट में शायद ही कोई बल्लेबाज सचिन के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर पाएगा।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बाउंड्री
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में कुल 200 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 51 शतक और 68 फिफ्टी जमाई। सचिन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बाउंड्री लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। मास्टर ब्लास्टर ने सफेद जर्सी में खेलते हुए 2,127 बार बॉल को बाउंड्री लाइन के पार पहुंचाया है, जिसमें 2058 चौके तो 69 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे।
सबसे ज्यादा वर्ल्ड कप खेलने का रिकॉर्ड
सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा वर्ल्ड कप खेलने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। सचिन ने अपने इंटरनेशनल करियर में कुल छह वर्ल्ड कप खेले और आखिरी विश्व कप में वो टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में भी सफल रहे। सचिन ने अपना पहला वर्ल्ड कप साल 1992 में खेला था। इसके बाद वह 1996, 1999, 2003, 2007 और 2011 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे।