भारत में पिछले सप्ताह (11-17 अप्रैल) सबसे ज्यादा केस दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आए थे। इन तीन राज्यों के आंकड़ों में ही इजाफा देखा गया था मगर इस हफ्ते (18-24 अप्रैल) नौ और राज्यों में केस बढ़ गए हैं। इनमें केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और पंजाब शामिल है।
कौन से राज्य से कितने केस आए?
साप्ताहिक आंकड़े देखें तो सबसे ज्यादा मामले दिल्ली से आए। वहां पिछले सप्ताह के 2,307 मामलों की तुलना में इस सप्ताह 6,326 केस दर्ज हुए। हरियाणा से 2,296 केस मिले जबकि यूपी से 1,278 मामलों का पता चला। इन दोनों राज्यों के आंकड़े पिछले सप्ताह से दोगुने हो गए हैं। इस हफ्ते देश के लगभग दो-तिहाई केस इन्हीं तीन राज्यों से आए।
दिल्ली से सटे हरियाणा के गुड़गांव में 2 महीने बाद रविवार को सबसे ज्यादा 331 कोरोना संक्रमित मिले। अब एक्टिव मरीज 1261 हो चुके हैं। इनमें से सिर्फ 12 मरीजों को ही अब तक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 5 दिनों से रोजाना 200 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। संक्रमण की दर अब 9.45 पर्सेंट पर पहुंच चुकी है। एक दिन में एक पर्सेंट की इसमें बढ़ोतरी से चिंता बढ़ी है। कहा जा रहा है कि इसी रफ्तार से कोरोना संक्रमित मिलते रहे तो जल्द ही कुछ और पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
देश में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार दोपहर 12 बजे एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण बैठक के दौरान बढ़ते हुए मामलों पर एक प्रजेंटेशन देंगे।
चीन के शंघाई में रविवार को कोविड से 39 मौतें दर्ज की गईं। हफ्तों के लॉकडाउन के बावजूद वहां मौतों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। शंघाई अप्रैल की शुरुआत से ही पूरी तरह लॉक है। नागरिकों को घरों में कैद कर दिया गया है। राजधानी बीजिंग में भी संक्रमण के मामले बढ़ने पर ‘चिंताजनक’ हालात की चेतावनी दी गई है।