रांची:बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की तबीयत मंगलवार को बिगड़ने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शिफ्ट करा दिया गया। चारा घोटाले में सजा के बाद लालू का इलाज रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में चल रहा था। उनकी तबीयत बिगड़ने पर मेडिकल बोर्ड ने जांच की और चार्टर्ड प्लेन से लालू से रिम्स से एम्स शिफ्ट कर दिया गया।
लालू प्रसाद यादव की किडनी की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। क्रिएटिनीन लेवल पिछले दस दिनों में 4.1 से बढ़कर 4.6 हो गया है। इसके अलावा हार्ट की परेशानी को देखते हुए रिम्स के डॉक्टरों के बोर्ड ने निर्णय लेकर आगे के इलाज के लिए एम्स रेफर किया। दोपहर 12 बजे मेडिकल बोर्ड ने एम्स रेफर करने का निर्णय लिया।
रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि उनकी स्थिति की समीक्षा के लिए आज एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। उनकी हालत बिगड़ रही थी। उनके दिल और गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे थे। इसे देखते हुए उन्हें एम्स भेजने का फैसला लिया गया।
उन्होंने कहा कि पिछली बार भी इलाज के लिए एम्स दिल्ली भेजा गया था। एक बार फिर उन्हें उच्चतर इलाज के लिए एम्स दिल्ली भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अचानक स्थिति बिगड़ जाने पर कहीं ऐसा न हो कि उन्हें भेज पाने की स्थिति ही नहीं हो। इसलिए एहतियात के तौर पर अभी ही भेजा गया है।
बता दें कि लालू प्रसाद का इलाज रिम्स में भी एम्स के गाइडलाइन के हिसाब से ही चल रहा था, दवा में सिर्फ मामूली परिवर्तन ही किया गया था। वहीं रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन बीरुआ ने कहा कि बेहतर इलाज के उद्देश्य से लालू को एम्स रेफर किया गया है।
कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाम के करीब पांच बजे रिम्स के पेइंग वार्ड से भोला यादव के साथ एंबुलेंस से एयरपोर्ट तक गये। साढ़े छह बजे लालू प्रसाद चार्टर्ड प्लेन से बेटी मीसा भारती के साथ एम्स के लिए रवाना हुए। इस दौरान पेइंग वार्ड के बाहर लालू प्रसाद को देखने के लिए राजद के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे।
तत्काल डायलिसिस की आवश्यकता नहीं
रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने मेडिकल बोर्ड की बैठक से बाहर निकलने के बाद बताया कि लालू प्रसाद की क्रिएटिनीन लेवल 4.6 है, पर उन्हें तत्काल डायलिसिस की जरूरत हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसे ही किडनी की स्थिति बिगड़ती रही तो एम्स के नेफ्रोलॉजिस्ट इस पर निर्णय ले सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि लालू के हार्ट का एक वॉल्व पहले ही बदला हुआ है, ऐसे में हृदय में भी परेशानी अचानक उभर सकती है, इसलिए एम्स ही भेजना उचित है।
इन बीमारियों से ग्रसित हैं लालू यादव
जानाकरी के अनुसार लालू यादव डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, हाइपर टेंशन, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से संबंधित बीमारी, कमजोर इम्युनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत है। उनकी किडनी फोर्थ स्टेज लास्ट स्टेज में है।
डोरंडा कोषागार मामले में सुनाई गई थी सजा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने 21 फरवरी को लालू प्रसाद यादव को पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। उन पर डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ की अवैध निकासी का आरोप है। पांच साल की कैद के साथ ही लालू पर 60 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था।
अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद लालू को पहले होटवार जेल भेजा गया था। लालू को स्थिति को देखते हुए कुछ घंटों बाद ही रिम्स के एक निजी वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया था।
डोरंडा कोषागार मामले में सजा सुनाए जाने के खिलाफ और जमानत के लिए झारखंड हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है। हाईकोर्ट ने प्रारंभिक सुनवाई के बाद जमानत याचिका को सुनवाई के लिए एक अप्रैल को सूचीबद्ध किया गया है।