लंदन:भारत ने एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग के रोमांचक मुकाबले में शनिवार को ग्रेट ब्रिटेन को शूटआउट में 4-2 (4-4) से मात दी। भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह (सातवां मिनट), मनदीप सिंह (19वां मिनट), सुखजीत सिंह (27वां मिनट) और अभिषेक ने गोल किए, जबकि ब्रिटेन की ओर से सैम वॉर्ड (आठवां, 40वां, 47वां मिनट, 53वां मिनट) ने चार गोल दागकर मुकाबले को शूटआउट में पहुंचा दिया। शूटआउट में हालांकि भारत का पलड़ा साफ तौर पर भारी रहा। मेहमान टीम की ओर से मनप्रीत, हरमनप्रीत, ललित और अभिषेक ने गोल किये। ब्रिटेन के लिये कालनन और ज़ैकरी वॉलेस ही गोल कर सके।
पिछले मैच में ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम को 5-1 से हराने के बाद भारतीय टीम पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरी। ब्रिटेन ने तीसरे मिनट में खाता खोलने का प्रयास किया लेकिन युवा गोलकीपर कृष्णा पाठक ने इस प्रयास को असफल कर दिया। ब्रिटेन छठे मिनट में मिली पेनल्टी कॉर्नर पर भी गोल नहीं कर सका, जबकि एक मिनट बाद हरमनप्रीत ने शॉर्ट कॉर्नर पर गोल करके भारत का खाता खोल दिया।
मेहमान टीम की बढ़त हालांकि कुछ देर तक ही रही और वॉर्ड ने दर्शनीय ड्रैग फ्लिक के साथ गेंद को नेट में पहुंचाकर स्कोर बराबर कर दिया। ब्रिटेन 15वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सका लेकिन क्वार्टर खत्म होने से पहले भारत की बढ़त समाप्त कर दी थी।
दूसरे क्वार्टर में भी भारत की फॉरवर्ड पंक्ति ने जौहर दिखाने का मौका नहीं छोड़ा।अभिषेक 18वें मिनट में गेंद को लेकर ब्रिटेन के सर्किल में पहुंच गए। वह इस मौके को गोल में नहीं बदल सके, लेकिन मनदीप ने अगले ही मिनट में गेंद को गोली की रफ्तार से ब्रिटेन के नेट में पहुंचा दिया।
बढ़त लेने के बाद भी भारत की रफ्तार कम नहीं हुई और हाफ टाइम से दो मिनट पहले सुखजीत ने हार्दिक सिंह की मदद से मेहमान टीम का तीसरा गोल किया। हार की ओर बढ़ रही ब्रिटेन को आक्रामक हॉकी खेलने की जरूरत थी, जो सैम वॉर्ड की ओर से देखने को मिली। उन्होंंने 40वें मिनट में मजबूत ड्रैग फ्लिक मारकर ब्रिटेन का दूसरा गोल किया, जबकि चौथे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में उन्होंने भारतीय सर्किल को भेदकर स्कोर बराबर कर दिया।
अभिषेक ने भारत को एक बार फिर बढ़त की स्थिति में पहुंचाया लेकिन वॉर्ड ने अपना चौथा गोल करते हुए एक बार फिर स्कोर बराबर कर दिया। विजयी गोल तलाशने की दोनों टीमों की पुरजोर कोशिशों के बावजूद मैच बराबरी पर खत्म हुआ।
अंततः, भारत ने शूटआउट में आकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। कालनन और वॉलेस ने भले ही पहले प्रयास में गोल करके ब्रिटेन का खाता खोला, लेकिन इसके बाद सर्फि वॉलेस ही पाठक के जटिल रक्षण को मात दे सके। दूसरी ओर, भारत ने अपने शुरुआती चारों प्रयासों में सफलतापूर्वक गोल करते हुए मुकाबला जीत लिया।