सोनीपत:यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर संघर्षरत महिला पहलवानों के समर्थन में रविवार को हरियाणा में सोनीपत की गोहाना तहसील के मुंडलाना गांव में एक सर्वजातीय पंचायत हुई। इसके बाद ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया ने रविवार को ऐलान किया कि पहलवान एक बार फिर महपंचायत का आयोजन करेंगे। इस सर्वजातीय पंचायत में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी आदि शामिल हुए।
पंचायत में पूनिया ने कहा कि एक साथ मिलकर लड़ने से इस आंदोलन में जीत मिलेगी। उन्होंने कहा, ”हम नहीं चाहते कि हर रोज पंचायतों का आयोजन हो, क्योंकि अलग-अलग पंचायत करने से हमारी एकता प्रदर्शित नहीं हो पा रही है और सरकार इसका सीधा फायदा उठा रही है” उन्होंने कहा, ”आप लोगों ने 28 मई को आने की कोशिश की लेकिन आप नहीं आ पाये और पुलिस ने आपको रोका। अलग-अलग होकर जीत नहीं पाएंगे। सभी संगठन एक हो जाएं। हम एक महापंचायत रखेंगे। उसमें बड़ा फैसला करेंगे। तीन-चार दिन में पहलवानों की पंचायत का स्थान और समय आपको बता दिया जायेगा।”
इस मौके पर जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक ने कहा कि ये बेटियों के सम्मान का सवाल है। उन्होंने कहा, ”जब जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस बेटियों को घसीट रही थी तब उनका खून खौल रहा था। इसलिए अब उन्होंने निर्णय ले लिया है कि वह विभिन्न राज्यों में जनता के बीच जाकर लोगों को जागरूक करेंगे।” इस महापंचायत में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के किसान संगठनों समेत अनके खापों के लोग शामिल हुए।
प्रदर्शनकारी पहलवानों ने नये संसद भवन के उद्घाटन के दिन 28 मई को संसद की ओर मार्च करने का प्रयास किया था, जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प हुई थी। पुलिस ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में ले लिया था और प्रदर्शनस्थल जंतर-मंतर से उनका सामान हटा दिया था। ओलंपिक पदक विजेताओं साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट और संगीता फोगाट जैसे शीर्ष पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं किये जाने के विरोध में मंगलवार को हरिद्वार में हर की पौड़ी पहुंचे थे।
ये सभी पहलवान गंगा नदी में अपने पदक बहाने गए थे लेकिन खाप और किसान नेताओं के समझाने बुझाने पर उन्होंने अपने कदम पीछे हटा लिए। दिल्ली पुलिस ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की हैं जिनमें एक प्राथमिकी नाबालिग पहलवान के आरोपों के आधार पर पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत दर्ज की गई है।