नई दिल्ली:श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच रानिल विक्रमसिंघे को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। उन्होंने पीएम पद की शपथ ली। इससे पहले श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कहने पर महिंद्रा राजपक्षे ने पीएम पद से इस्तीफा दिया था।
श्रीलंका में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। हिंसा में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग घायल हुए हैं। श्रीलंका इस वक्त आर्थिक और सामाजिक मोर्चे पर लगातार जूझ रहा है। भारी बवाल और प्रदर्शनकारियों के दबाव के चलते महिंद्रा राजपक्षे ने देश के पीएम पद से इस्तीफा दिया था। उनके स्थान पर रानिल विक्रमसिंघे को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। बुधवार शाम उन्होंने पीएम पद की शपथ ली।
बताते चलें कि इससे पहले बुधवार को ही कोर्ट ने महिंद्रा राजपक्षे की गिरफ्तारी वारंट वाली याचिका को खारिज कर दिया था। हालांकि कोर्ट ने राजपक्षे समेत कई राजनेताओं को देश न छोड़ने का आदेश दिया है। दरअसल, कोर्ट में याचिका दायर कर कहा गया था कि महिंद्रा राजपक्षे के तीन हजार समर्थकों ने कोलंबो में चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर हमला कर शहर में हिंसा भड़काने का काम किया।
राजपक्षे परिवार के करीबी रानिल
श्रीलंका के नए पीएम को नियुक्त करने से पहले गोताबया राजपक्षे से साफ कहा था कि मैं युवा मंत्रिमंडल नियुक्त करूंगा जिसमें राजपक्षे परिवार का एक भी सदस्य नहीं होगा। अलग पार्टी में रहते हुए भी रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे और महिंदा राजपक्षे का करीबी बताया जाता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यही कारण है कि उन्हें पीएम बनाया गया है।