कोलकाता:पश्चिम बंगाल के एक गांव में बीमार महिला को खराब सड़क के कारण एंबुलेंस और दूसरे वाहनों ने अस्पताल ले जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसके परिजन ने उसे चारपाई पर लेटाकर खुद ही हॉस्पिटल ले जाने का फैसला किया, लेकिन महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना शुक्रवार को उस समय हुई जब कई दिनों से बीमार मामुनी रॉय को उसके परिवार के लोग उसके गांव मालदंगा से लगभग साढ़े 4 किलोमीटर दूर मोदीपुकुर ग्रामीण अस्पताल में चारपाई (खाट) पर ले जा रहे थे। यह अस्पताल बामनगोला इलाके में है।
मृतक के पति कार्तिक रॉय ने दावा किया कि सड़क की खराब स्थिति के कारण उसकी पत्नी को चारपाई पर अस्पताल ले जाना पड़ा, क्योंकि कोई भी एंबुलेंस और स्थानीय वाहन चालक उसे ले जाने के लिए तैयार नहीं था। उन्होंने कहा, ‘हम उसे चारपाई पर अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।’ बामनगोला प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) राजु कुंदु ने कहा कि महिला कई दिनों से बीमार थी और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना को लेकर गरमाई राज्य की राजनीति
अधिकारी ने बताया कि सड़क लंबे समय से कच्ची है। 6-7 महीने पहले हमने इसकी मरम्मत की थी और इस पर तारकोल से सड़क बनाने की योजना है। हमने उच्च प्राधिकारियों को प्रस्ताव भेजा है और स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार निशाने पर है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय नेता ने आरोप लगाया कि सड़क की स्थिति में सुधार करने को लेकर प्रशासन विफल रहा है। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में जांच की आवश्यकता है और इस घटना से यह साबित नहीं होता है कि क्षेत्र में कोई विकास नहीं हुआ है।