नई दिल्ली:दिल्ली में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे जाने की घटना कुछ दिनों पहले सामने आई थी। अब पुलिस ने कनाडा-आधारित खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप उर्फ अर्श डाला के दो शार्प शूटरों को एनकाउंटर के बाद धर दबोचा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़े एनकाउंटर के बाद इन दोनों शार्पशूटरों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। शुरुआती पूछताछ में इस शूटरों ने बताया है कि उनके निशाने पर पंजाबी सिंगर के अलावा वीवीआईपी भी थे।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने मीडिया को बताया, ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और गैंगस्टर अर्शदीप सिंह डाला के दो शार्पशूटरों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पकड़े गए शूटरों का नाम राजप्रीत सिंह उर्फ राजा उर्फ बांब और वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी को अक्षरधाम मंदिर, मयूर विहार के पास मुख्य सड़क से पकड़ा गया है। दोनों ही क्रिमिनलों को अर्शदीप ने एक पंजाबी सिंगर Elly Mangat को मारने का टास्क दिया गया था। इस सिंगर को मारने के लिए इन दोनों अक्टूबर, 2023 में कोशिश की थी लेकिन यह सभी नाकाम रहे थे क्योंकि सिंगर उस वक्त घर पर मौजूद नहीं थे।’
स्पेशल कमिश्नर ने बताया,’एनकाउंटर के दौरान आरोपियों ने 5 राउंड गोलियां चलाईं। इनमें से दो गोली एक पुलिसकर्मी के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। इसके जवाब में पुलिस टीम ने आरोपियों पर छह राउंड गोलियां चलाईं। एक शूटर के पास से एक रिवॉल्वर औऱ 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एक अन्य शूटर के पास से .30 mm का पिस्टल औऱ 7 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। इसके पास से एक हैंड ग्रेनेड भी मिला है और चोरी की बाइक बरामद की गई है।’
कौन हैं राजा और विम्मी
आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने इनके सहयोगी सचिन भाटी के परिसर पर छापेमारी की। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में छापेमारी की थी। भाटी को पुलिस ने पकड़ा है। आशंका है कि उसके पास हथियारों का जखीरा है। राजा और विम्मी के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि वो दोनों पंजाब के रहने वाले हैं। इन दोनों के खिलाफ पहले हत्या और हत्या की कोशिश के तहत केस दर्ज किया जा चुका है।
एक मर्डर केस में राजा को साल 2017 में पैरोल मिली और फिर वो फरार हो गया। विम्मी एक ज्वेलरी शॉप की दुकान के सामने फायरिंग करने और दुकान के मालिक से रंगदारी मांगने से जुड़े आपराधिक केस में वांटेड था। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 353, 307 और 34 के अलावा कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।