जमशेदपुर:झारखंड के जमशेदपुर में ड्रग्स कारोबारियों के गैंगवार में एक युवक की हत्या कर दी गई। ब्राउनशुगर की मुखबिरी करने के शक में मंगलवार की शाम आदित्यपुर में राज कुमार कालिंदी उर्फ हथिया नामक युवक की जान ले ली।
हत्या में उसी गिरोह का हाथ है जिसने कार्तिक कालिंदी की हत्या करवायी थी। उस गिरोह को शक था कि कार्तिक की हत्या के बाद जब पुलिस ने शक के आधार पर मृतक राजकुमार को उठाया था तब ही वह पुलिस को हत्यारोपियों का सुराग देकर खुद थाने से छूट गया था। वर्तमान में आदित्यपुर में ब्राउनशुगर को लेकर एक बड़ा गैंगवार शुरू हो गया है। इस इलाके में अपरिपक्व और अव्यावहारशील पुलिसिंग के चलते ही लगातार अपराध बढता जा रहा है। इसमें ऐसा अपराध हो रहा है जो ना सिर्फ उस इलाके को बल्कि पूरे कोल्हान को अपराध की गर्त में ले जा रहा है।
मुस्लिम बस्ती से लौटते वक्त हुई हत्या
आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कल्पनापुरी श्रीनाथ ग्लोबल विलेज के पास रेलवे लाइन किनारे की गयी। राजकुमार सतबहनी-धीराजगंज का रहनेवाला था। उसे गोली मंगलवार की शाम 4 बजे मारी गयी है। वह आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती में ब्राउन शुगर के सिलसिले में बात करने के लिए आया था। जहां पर घात लगाकर इंतजार कर रहे बदमाशों ने उसे गोली मार दी। राजकुमार को पुलिस ने कार्तिक की हत्या में हरासत में लिया था। मृतक कार्तिक गोप हत्याकांड के आरोपी मुकेश दास का दोस्त था। घटना के बाद मौके पर सब इंस्पेक्टर आलोक रंजन चौधरी के नेतृत्व में पहुंची आदित्यपुर पुलिस ने शव को उठाकर सरायकेला जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रेलवे पटरी पर होता है लेन देन
आदित्यपुर थाना क्षेत्र के कल्पनापुरी श्रीनाथ ग्लोबल विलेज के बाउंड्री से सटे रेलवे लाईन किनारे ब्राउन शुगर की डील होती है। यहीं शाम के वक्त कई इलाकों से लोग पहुंचते हैं। यह सब खेल यहां के टाइगर मोबाइल और दूसरे पुलिस वालों की शह पर होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि टाइगर मोबाइल के जवानों का बस्ती और रेलवे पटरी के पास आना जाना होता है लेकिन वे ब्राउन शुगर का लेन देन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो यह भी देखा जाता है कि सादे लिबास में आए पुलिस वालों के सामने ही यहां ब्राउनशुगर के विक्रेता और खरीददार आमने सामने आकर उसकी खरीद-बिक्री करते हैं।
2 मई को हुई थी कार्तिक गोप की हत्या
आदित्यपुर थाना क्षेत्र के धीराजगंज में बीते दो मई को कार्तिक गोप उर्फ बाबू की हत्या हुई थी। कार्तिक की हत्या भी ब्राउनशुगर के व्यापार को लेकर की गयी थी। कार्तिक उस इलाके में अपना अलग काम कर रहा था। कार्तिक काफी दिनों के बाद जेल से छूटकर आया था और आते ही इस काम में लग गया था। इच्छापुर की आपराधिक टीम जो ब्राउनशुगर के इस धंधे में हाल में ही जुड़ी है वह नहीं चाहती थी कि कार्तिक इस काम में आए इसलिए मुकेश को माध्यम बनाकर उसकी हत्या करवा दी।
अब शक किया जा रहा है कि राजकुमार की भी हत्या उन्हीं लोगों ने की है। इस गिरोह को यह डर हो गया था कि राजकुमार लगातार मुखबिरी कर रहा है।
आदित्यपुर के थाना प्रभारी आलोक दुबे ने बताया कि मुकेश दास का दोस्त था, जिससे कार्तिक हत्याकांड में पूछताछ भी हुई थी। छाती में देसी कट्टा से एक गोली मारी गई है, जिसमे उसकी मौत हो गई।