उज्जैन:समाज के एक बड़े हिस्से में आज भी बेटियों को बोझ समझा जाता है। लेकिन मध्य प्रदेश के उज्जैन में धबाड़े परिवार ने बिटिया के जन्म पर जबर्दस्त उत्सव किया। बेटी का ऐसा स्वागत किया गया कि लोग देखते ही रह गए। देवास रोड स्थित ऋषिनगर नीवासी गौरव धबाड़े के यहां दो महीने पहले बेटी पैदा हुई थी। बिटिया अपने नाना-नानी के यहां इंदौर में थी। जब वह पहली बार उज्जैन अपने घर आई तो पिता के दोस्त व परिवार ने बिटिया का जोरदार स्वागत किया।
बिटिया और उसकी मां को एक दुल्हन की तरह एंट्री दी गई। इस दौरान आतिशाबाजी, रंग, गुलाल, गुब्बारे, उड़ाए गए। साथ ही रंगोली की सजावट की गई और मंगलगान गाए गए। जैसे ही पहला कदम बिटिया का घर मे पड़ा परिवार ने कुमकुम से लाल रंग में रंगे पैरों के निशान सफेद कपडे में उतार लिए। वहीं पिता गौरव ने कहा कि बेटी को सबकी जान जाह्नवी नाम दिया है। पिता ने संदेश भी दिया कि बेटी को बोझ नहीं समझाना चाहिए।
परिवार का कहना है बेटा तो हर कोई भगवान से मांगता है, पर हमने भगवान से मांगा था कि हमारे घर में लक्ष्मी के रूप में बेटी आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले हमारी दादी हमें छोड़कर चली गई थीं। आज ऐसा लगता है कि इस नन्हीं सी जान के रूप में हमारी दादी वापस आ गई हैं। पिता गौरव दाभाड़े बताते हैं कि हमारी बेटी का जन्म दशा माता वाले दिन हुआ। हम दो भाइयों और हमारे पिताजी की कोई बहन नहीं थी। कुछ दिन पहले ही हमारी दादी का स्वर्गवास हुआ। इसके बाद हमारे यहां बेटी पैदा हुई तो हमें बहुत खुशी हुई।