पटना:बिहार में जातीय गणना का फैसला हो गया है। बुधवार को सीएम नीतीश की अध्यक्षता में उनके आवास पर बैठक में जातीय जनगणना के ड्राफ्ट पर सर्वदलीय चर्चा हुई। फैसला किया गया है जातीय जनगणना का प्रस्ताव कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा और समयसीमा तक कर गणना कराई जाएगी। बैठक के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने गणना के फैसले को अपनी जीत बताया। तेजस्वी ने यह बताना नहीं भूले कि यह जनगणना नहीं, जाति आधारित सर्वे है।
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि जातीय गणना का फैसला राजद की जीत है। तेजस्वी ने कहा कि जब संसद में सरकार ने जातीय जनगणना से इनकार कर दिया तो हम लोगों ने राज्य सरकार पर दबाव बनाया। हमने राज्य सरकार से खुद गणना कराने की अपील की।
तेजस्वी ने कहा कि हमने आंदोलन का फैसला कर लिया। इसके बाद सरकार ने जातीय जनगणना पर बैठक बुलाने का निर्णय लिया। जातीय जनगणना पर फैसला हमारी जीत है। यह लालू जी की जीत है। यह बिहार के गरीबों की और सभी लोगों की जीत है।
तेजस्वी ने कहा कि हमने विधानसभा में जातिगत जनगणना के मुद्दे को उठाया। बिहार एक पिछड़ा और ग़रीब राज्य है तो इसमें मदद के लिए केंद्र सरकार को आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहिए। हमने इसको (बिल) अगली कैबिनेट बैठक में लाने और नवंबर महीने में इसे शुरू करने की बात कही है। छठ पूजा के दौरान बिहार से बाहर रहने वाले लोग भी राज्य में आएंगे और तब तक हम इसकी तैयारी पूरी कर सकते हैं।
तेजस्वी के साथ मौजूद सांसद मनोज झा ने गणना के फैसले पर कहा कि तेजस्वी यादव ने जो भी मुद्दे उठाए उन सभी पर चर्चा हुई और सभी को माना गया। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के तेवर और उनके रुख के बाद अक्षरशः हमारी बातों पर गौर किया गया और माना गया है। मनोज झा ने कहा कि अब कल से ही जातीय जनगणना पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी। जातीय जनगणना में कोई नहीं छूटेगा।