नई दिल्ली:राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2 साल पुराने विस्फोट के मामले में छापेमारी और गिरफ्तारी करते समय दुर्भावनापूर्ण इरादा होने संबंधी आरोप से खंडन किया है। पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में उग्र भीड़ ने एनआईए की टीम पर हमला कर दिया था। भूपतिनगर में दिसंबर 2022 में हुए धमाके के मामले में शनिवार को 2 लोगों को गिरफ्तार करने गई NIA की टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसमें एक एनआईए अधिकारी घायल हो गया था और एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने विस्फोट मामले में छापेमारी और गिरफ्तारी करते समय दुर्भावनापूर्ण इरादा होने संबंधी आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और स्पष्ट किया कि उनकी टीम पर हमला बिना किसी उकसावे के किया गया था।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि एनआईए और भाजपा के बीच अपवित्र गठजोड़ है। पार्टी ने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस मुद्दे पर स्पष्ट रूप से चुप्पी साध ली है। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, ‘एनआईए और भाजपा के बीच गठजोड़ हो रहा है। तृणमूल कांग्रेस नेताओं और आदर्श आचार संहिता के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। यह मिलीभगत जारी है। निर्वाचन आयोग चुप्पी साधकर निष्पक्षता सुनिश्चित करने के अपने दायित्वों की अनदेखी कर रहा है।’ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में ग्रामीणों ने NIA के अधिकारियों पर हमला नहीं किया, बल्कि एनआईए के अधिकारियों ने उन पर (ग्रामीणों पर) हमला किया।
हमला पूरी तरह से बिना किसी उकसावे के हुआ: NIA
एनआईए ने कहा, ‘हमला पूरी तरह से बिना किसी उकसावे के किया गया था और यह जांच एजेंसी को उसके कर्तव्यों को पूरा करने से रोकने का प्रयास था।’ उसने कहा कि स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की ओर से उपलब्ध कराए गए सुरक्षा घेरे में 5 स्थानों पर तलाशी ली गई। एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद गिरफ्तारियां की गईं। प्रवक्ता ने कहा, ‘एनआईए ने दोहराया है कि उग्र भीड़ ने एनआईए के उन कर्मियों पर हमला किया था जो गिरफ्तार आरोपी मनोब्रत जना को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए स्थानीय पुलिस थाने ले जा रहे थे। हमले में एनआईए के एक अधिकारी को चोट आईं और एनआईए का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया था।’
‘समन भेजने के बावजूद एजेंसी के सामने नहीं हुए पेश’
NIA ने हमलावरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए पहले ही क्षेत्रीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कर दी है। एनआईए ने शनिवार को इस मामले में संलिप्तता के लिए मनोब्रत जना और बेलीचरण मैती को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने यह भी कहा कि जांच में शामिल होने के लिए बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद दोनों एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। भूपतिनगर में तीन दिसंबर, 2022 को हुए विस्फोट में 3 लोगों की मौत हो गई थी। बाद में मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। शनिवार को एनआईए दल पर हमले की इस घटना ने 5 जनवरी की उस घटना की याद दिला दी थी, जब उत्तरी 24 परगना के संदेशखालि इलाके में राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया था।