कोलकाता:पश्चिम बंगाल में राम नवमी के मौके पर बुधवार को मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा हो गई। इस दौरान पत्थरबाजी की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिसमें करीब दो दर्जन लोगों के जख्मी होने की खबर है। यह घटना उस वक्त हुई, जब मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर से होकर रामनवमी का जुलूस निकल रहा था। इस घटना के बाद सेक्शन 144 लगा दी गई है और ज्यादा लोगों के जुटने पर पाबंदी है। इस घटना के जो वीडियोज सामने आए हैं, उसके अनुसार रामनवमी के जुलूस पर छतों से भी पत्थर मारे गए। वहीं बेकाबू उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज भी किया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के अलावा अतिरिक्त फोर्स भी बुलाई गई थी। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। इसके अलावा हिंसा में घायल लोगों को बरहमपुर और मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। भाजपा की बंगाल यूनिट ने आरोप लगाया कि रैली में पत्थर फेंके गए और हिंदू समुदाय के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ हुई। राज्य के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘प्रशासन से पूरी अनुमति लेकर राम नवमी का शांतिपूर्ण जुलूस निकला था।’
अधिकारी ने कहा, ‘जुलूस पर शक्तिपुर में उपद्रवियों ने अटैक कर दिया। हैरान करने वाली बात है कि ममता की पुलिस भी उप्रदवियों के साथ है। उसने राम भक्तों पर ही लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इसकी वजह से बीच में ही जुलूस भी खत्म करना पड़ गया।’ घटना के बाद कांग्रेस नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी भी बुधवार शाम को मौके पर पहुंचे। इस बीच शुभेंदु अधिकारी ने गवर्नर को चिट्ठी लिखी है और इस हिंसा के पीछे साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि वे एनआईए जांच की सिफारिश करें।
अधीर रंजन चौधरी बोले- पहले से तय प्लान लग रहा
अधीर रंजन चौधरी ने इस मामले को लेकर टीएमसी और भाजपा पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह हिंसा पहले से तय प्लान का हिस्सा है। भाजपा के प्रदर्शन से यह साबित होता है। मैंने चुनाव आयोग से बात की है। अतिरिक्त फोर्स बुलाई जा रही है और एसपी मौके पर हैं। मैं चुनाव आयोग से लगातार संपर्क में हूं। बता दें कि यह घटना तब हुई है, जबकि सीएम ममता बनर्जी ने पहले ही आशंका जताई थी कि राम नवमी पर हिंसा हो सकती है। इसे लेकर भाजपा ने ममता पर आरोप लगाया था कि वह हिंदू त्योहारों को बदनाम कर रही हैं।