नई दिल्ली:उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा मांगी गई जानकारी पर तिहाड़ प्रशासन ने उन्हें अरविंद केजरीवाल से संबंधित मेडिकल रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें बताया गया है कि अरविंद केजरीवाल ब्लड शुगर बढ़ाने वाला खाना खा रहे हैं जो उनके लिए हानिकारक है। उन्होंने एम्स के डॉक्टर से उनका डाइट प्लान भी तैयार करवाया है। जेल प्रशासन ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन की आवश्यकता नहीं है। उनके पास 24 घंटे इंसुलिन है। आवश्यकता पड़ने पर अरविंद केजरीवाल को भी इंसुलिन दिया जाएगा।
मिठाई, केला, आम और चाट खा रहे केजरीवाल
सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ जेल की तरफ से अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य जांच को लेकर उपराज्यपाल को रिपोर्ट दी गई है। इसमें बताया गया है कि उन्होंने एम्स को मुख्यमंत्री के खाने-पीने को लेकर पत्र लिखा है। उन्होंने एम्स को बताया है कि अरविंद केजरीवाल हाई शुगर वाला खाना जैसे मिठाई, केला, आम, फल की चाट, तला खाना, नमकीन, भूजिया, आलू-पुरी, अचार खा रहे हैं। उनके लिए डाइट प्लान मांगा गया था।
डॉक्टर ने शुगर बढ़ाने वाली चीजों के सेवन पर लगाई है रोक
तिहाड़ जेल प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस डाइट प्लान में डॉक्टर ने इन सभी चीजों के खाने पर रोक लगाई है। डॉक्टर द्वारा उन्हें खाने में एक दिन में अधिकतम 20 एमएल तेल वाला खाना लेने की सलाह दी है।
उपराज्यपाल को दी गई रिपोर्ट के तथ्य
1- तेलंगाना के एक निजी डॉक्टर से उपचार करवा रहे अरिवंद केजरीवाल गिरफ्तारी से कुछ माह पूर्व इंसुलिन लेना छोड़ चुके थे। वह फिलहाल केवल दवा ले रहे थे।
2- तिहाड़ जेल में जांच के दौरान केजरीवाल ने डॉक्टर को बताया कि कुछ वर्ष से वह इंसुलिन ले रहे थे, लेकिन कुछ महीनों से उन्होंने इंसुलिन लेना बंद कर दिया है।
3- आरएमएल अस्पताल में हुए मेडिकल के दौरान भी उन्हें इंसुलिन की सलाह नहीं दी गई थी। बीते 10 और 15 अप्रैल को डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें केवल दवा की सलाह दी है। केजरीवाल को उपचार के दौरान किसी भी समय इंसुलिन के लिए मना नहीं किया गया है।
4- विशेषज्ञ द्वारा केजरीवाल की जांच में ब्लड शूगर लेवल चिंताजनक नहीं पाया गया है, उन्हें अभी इंसुलिन की आवश्यकता नहीं है।
5- तिहाड़ जेल में 956 कैदी मधुमेह मे पीड़ित हैं और इनमें से 26 को इंसुलिन दिया जाता है।
मुख्यमंत्री को इंसुलिन नहीं देने का आरोप लगा रहे मंत्री
राजनिवास सूत्रों ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों एवं आप पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए गए उस आरोप का खंडन किया है जिसमें वह मुख्यमंत्री को इंसुलिन नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं। तिहाड़ जेल की रिपोर्ट में साफ किया गया है कि मुख्यमंत्री तेलंगाना के डॉक्टर से उपचार करवा रहे थे और उनकी सलाह पर कुछ माह पूर्व ही इंसुलिन लेना छोड़ चुके हैं। इससे संबंधित कोई दस्तावेज भी मुख्यमंत्री द्वारा जेल प्रशासन को नहीं दिए गए हैं।