नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक वीडियो से छेड़छाड़ कर के उसे सोशल मीडिया पर फैलाने के मामले में केस दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय की शिकायत के बाद रविवार को केस दर्ज किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आईटी अधिनियम के प्रावधान के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री का फेक वीडियो फैलाने के मामले में देशभर में गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के डीसी, सिंकू शरण सिंह (Sinku Sharan Singh) की ओर से दाखिल शिकायत के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री के कुछ एडिटेड और फेक वीडियो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने के इरादे से सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। इससे शांति और सार्वजनिक व्यवस्था के प्रभावित होने की आशंका है। शिकायत में जिन लिंक से ये फेक वीडियो साझा किए गए थे, उन्हें भी कार्रवाई के लिए संलग्न किया गया है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एफआईआर की एक प्रति दिल्ली साइबर पुलिस की आईएफएसओ इकाई को भी भेजी गई थी। दिल्ली पुलिस की ओर से यह कार्रवाई भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि तेलंगाना कांग्रेस विंग शाह का एक एडिटेट वीडियो फैला रहा है जो फेक है। इससे हिंसा भड़कने की आशंका है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देशभर में इस फर्जी वीडियो को वायरल करने वालों को ट्रैक करने शुरू कर दिए हैं।
सूत्रों की मानें तो जिन्होंने इस वीडियो पर पहले सर्कुलेट किया बाद में डिलीट भी कर दिया वह भी जांच के दायरे में आएंगे। इस मामले में जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो कई कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 27 अप्रैल को एक पोस्ट में कहा- ऐसा फेक वीडियो पोस्ट करने वालों को कानूनी परिणामों के लिए तैयार रहना चाहिए।