नई दिल्ली:कथित शराब घोटाले की वजह से जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने एक और मुसीबत खड़ी हो गई है। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) जांच की सिफारिश कर दी है। यह केंद्रीय एजेंसी आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच करती है। एलजी को शिकायत मिली थी कि आम आदमी पार्टी और इसके मुखिया ने खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से फंडिंग ली।
एक अप्रैल को आशू मोंगिया नाम के एक शख्स ने एलजी वीके सक्सेना को लेटर लिखकर जांच की मांग की थी। मोंगिया खुद को वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन का महासचिव बताते हैं। कभी आम आदमी पार्टी के सदस्य रहे मुनीष रायजादा ने भी एलजी से जांच की मांग की थी। अब राजभवन ने गृहमंत्रालय को लेटर लिखकर जांच की सिफारिश कर दी है। मोंगिया का कहना है कि उन्होंने वॉट्सऐप पर एसएफजे के गुरपतवंत सिंह पन्नू का वीडियो देखा था जिसमें उसने दावा किया था कि केजरीवाल ने आतंकी भुल्लर को छोड़ने का वादा करते हुए 16 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की थी।
21 मार्च को केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पन्नू ने एक वीडियो जारी किया था। खालिस्तानी आतंकी ने इससे पहले भी इसी तरह के आरोप लगाए थे। मोंगिया का कहना है कि वॉट्सऐप पर वीडियो देखने के बाद उन्होंने शिकायत करने का फैसला लिया। आम आदमी पार्टी का कहना है कि मोंगिया भाजपा नेता हैं। हालांकि, खुद मोंगिया इससे इनकार करते हुए खुद को हिंदू संगठन का नेता बताते हैं।