भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मध्य प्रदेश राज्य आजीविका मिशन के तहत किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्व सहायता समूह द्वारा तैयार किए जाने वाले गणवेश की गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान दिया जाए, इसी के साथ ही गणवेश की सिलाई के लिए उचित प्रशिक्षण भी समूह की महिलाओं को दिया जाए। इसे और अधिक मानकीकृत बनाने के लिए टैक्सटाइल आधारित स्टार्ट अप्स को इसमें शामिल करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पाद सिर्फ़ लोकल स्तर तक सीमित न रहे, उन्हें देश एवं विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए उनकी ब्रांडिंग की जाए और ई मार्केट के माध्यम से उनकी बिक्री कराई जाए।हमारे पारंपरिक उत्पादों को अभी भी उनकी उचित पहचान नहीं मिल पाई है। हमारे पास अपार क्षमता है, हमें इसे सुसज्जित रूप से उपयोग करने की जरूरत है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था को यदि कोई संबल प्रदान कर सकता है तो वह हमारे देश की महिलाएँ ही है, उन्हें उनकी क्षमताओं का विस्तार करने में आजीविका मिशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और हमें इसे और बल प्रदान करना है।