कोलकाता। लोकसभा चुनाव में उम्मीद से कमतर प्रदर्शन के बाद बंगाल भाजपा में कलह मची हुई है। इस बीच भाजपा ने पहला बड़ा ऐक्शन लेते हुए लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे अभिजीत दास बॉबी को पार्टी से बाहर कर दिया है। वह डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ उतरे थे। पार्टी ने लोकसभा चुनाव नतीजों के 15 दिनों के अंदर ही यह बड़ा फैसला लिया है। अभिजीत दास पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा था। इसे लेकर राज्य इकाई ने अभिजीत दास को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इस नोटिस पर उन्हें 7 दिन के अंदर ही जवाब देना था, लेकिन उनकी ओर से कोई उत्तर नहीं दिया गया। इसके बाद पार्टी ने यह ऐक्शन लिया है। अभिजीत दास का कारण बताओ नोटिस पर कहना था कि मुझे ऐसा कोई लेटर नहीं मिला है। भाजपा की अनुशासन समिति के सदस्य प्रताप बनर्जी ने मंगलवार को इस ऐक्शन की जानकारी अभिजीत दास बॉबी को दी और बताया कि उन्हें पार्टी से बाहर किया जाता है। ऐसा पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते किया जा रहा है। लेटर के अनुसार अभिजीत दास भाजपा की मंगलवार को हुई उस मीटिंग में भी नहीं पहुंचे, जो चुनाव बाद हिंसा को लेकर बुलाई गई थी।
अनुशासन समिति की सिफारिश पर प्रदेश अध्यक्ष ने किया बाहर
बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अनुशासन समिति की सिफारिश पर अभिजीत दास को बाहर कर दिया। बता दें कि मंगलवार को ही भाजपा की केंद्रीय टीम भी डायमंड हार्बर समेत बंगाल के कई इलाकों में पहुंची थी। यह टीम चुनाव बाद हुई हिंसा की घटनाओं का जायजा लेने आई थी। इस दौरान जब टीम डायमंड हार्बर पहुंची तो अभिजीत दास के घर के बाहर उसे कार्यकर्ताओं ने घेर लिया।
दोपहर में विरोध प्रदर्शन और शाम को हाईकमान का ऐक्शन
इन लोगों का आरोप था कि जिला अध्यक्ष सहयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में हिंसा के बाद उन्हें अभिजीत दास के घर में ही शरण लेनी पड़ी। दोपहर में यह विरोध हुआ था और शाम तक अभिजीत दास को बाहर कर दिया गया। इससे माना जा रहा है कि पार्टी हाईकमान ने इस तरह के विरोध प्रदर्शन को गलत माना है। अभिजीत दास बॉबी को अभिषेक बनर्जी के मुकाबले 7 लाख से ज्यादा वोटों से हार मिली थी।