मुंबई: मुंबई के वानखड़े स्टेडियम में टीम विश्व कप 2024 की चैंपियन भारतीय टीम के लिए भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया। स्टेडियम पहुंचने से पहले टीम इंडिया ने एक विक्ट्री परेड निकाली। इसके बाद स्टेडियम में टीम इंडिया के खिलाड़ी और कोच राहुल द्रविड़ ने टूर्नामेंट से जुड़ी अपनी यादों को साझा किया। टीम के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली ने सम्मान समारोह के दौरान वानखेड़े स्टेडियम में खचाखच भरे दर्शकों के सामने खुलासा किया कि उन्होंने 15 साल में कभी भी भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को इतना भावुक होते नहीं देखा था जिन्होंने टी20 विश्व कप जीत के बाद डबडबायी आंखों से उन्हें गले लगा लिया था।कोहली ने खुली बस में यादगार ‘विक्ट्री परेड’ के बाद आयोजित सम्मान समारोह के दौरान कहा, ’15 साल में यह पहली बार है जब मैंने रोहित को इतना भावुक होते देखा है। जब हम (केनसिंग्टन ओवल में) सीढ़ियां चढ़ रहे थे तो वह रो रहे थे और मैं भी रो रहा था।’ कोहली जब 21 साल के थे तो उन्होंने इसी मैदान पर कहा था कि 21 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट का भार उठाने वाले महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को अपने कंधों पर उठाना बिलकुल उचित है।
कोहली के साथ रोहित ने भी लिया संन्यास
कोहली ने पिछले हफ्ते ट्रॉफी जीतने के बाद क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने इस मैदान पर खड़े होकर उम्मीद जताई कि उन्होंने और उनके कप्तान ने 15 वर्षों तक जिम्मेदारी उठाने और ट्रॉफी देश में लाने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। कोहली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमने (रोहित और मैंने) जिम्मेदारी उठाई है और ट्रॉफी यहां वापस लाने से बेहतर कुछ नहीं है।’ उन्हें फाइनल की पारी के ब्रेक के दौरान पता था कि यह उनका आखिरी मैच था।
कोहली ने कहा, ‘मैच आधा खत्म होने के बाद मैं जानता था कि अब समय आ गया है कि अगली पीढ़ी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’ 2011 में वह टीम के सबसे कम उम्र के सदस्य थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और युवराज सिंह को भावुक होते हुए देखा था और शायद उन्हें इनका भावनात्मक होना समझ में नहीं आया। लेकिन अब वह इसे अच्छी तरह समझ सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं उस रात (2011 विश्व कप जीतने के बाद) सीनियर खिलाड़ियों की भावनाओं को समझ नहीं पाया था जब वे रोने लगे थे लेकिन अब मैं इन्हें समझ सकता हूं।’