बालाघाट:मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के लालबर्रा से फरार इनामी वन्यप्राणी शिकारी अजीत पारधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह 11 वर्षो से फरार था तथा उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। आधिकारिक जानकारी देते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) STSF ने बताया कि बीते 11 सालों से फरार चल रहे इनामी एवं स्थाई वारंटी आरोपी अजीत पारधी को कल लालबर्रा जिला बालाघाट से गिरफ्तार किया गया। आरोपी अपने निवास स्थान से फरार रहकर वन विभाग को चकमा दे रहा था। उक्त आरोपी की गिरफ्तारी के लिये वन्यप्राणी मुख्यालय द्वारा पांच हजार रूपए का इनाम भी जारी किया गया था।
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स लगातार आरोपी को पकडने की कोशिश कर रही थी। इंटेलिजेंस इनपुट के अनुसार STSF द्वारा कार्रवाई करते हुए आरोपी अजीत को अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी के कब्जे से वन्यप्राणी पैंगोलिन के स्केल्स से बनी करधन बरामद हुई है। वन्यप्राणी अवयव की जब्ती करते हुए अग्रिम विवेचना जारी है।
आरोपी अजीत पारधी वन्यजीवों बाघ व पेंगोलिन स्केल्स के शिकार व तस्करी में लगातार शामिल रहा है, और आदतन आरोपी है। जिसके विरूद्ध प्रकरण देश के कई राज्यों में दर्ज हैं। आरोपी को मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी जबलपुर के समक्ष पेश किया जायेगा। प्रकरण में विवेचना जारी है।
पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के रूखड़ परिक्षेत्र (बफर) में वर्ष 2013 में वन्य प्राणी बाघ से संबंधित वन अपराध पंजीबद्ध किया गया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक (व.प्रा.) एवं मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक मप्र द्वारा उक्त प्रकरण को अग्रिम विवेचना के लिए स्टेट टाईगर स्ट्राइक फोर्स की जबलपुर इकाई को वर्ष 2017 में स्थानांतरित किया गया। प्रकरण में अग्रिम कार्रवाई करते हुए कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा चुका है।