मुंबई:INS विक्रांत धोखाधड़ी मामले (INS Vikrant cheating case) में मुंबई पुलिस ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया को इकनॉमी ऑफेंस विंग (EOW) के सामने पेश होने का समन जारी किया है। किरीट सोमैया और उनके बेटे पर INS विक्रांत को बचाने के नाम पर 57 करोड़ रुपये चंदा जमा करने का आरोप है। इस मामले में केस दर्ज होने के बाद अब किरीट सोमैया से पूछताछ की तैयारी चल रही है। पुलिस ने किरीट सोमैया से बुधवार को EOW के सामने पेश होने का आदेश दिया है। हालांकि मंगलवार को किरीट सोमैया ने अपने खिलाफ लगे इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उन्होंने सिर्फ 11 हजार रुपये जमा किए थे जो उन्होंने पार्टी फंड में जमा करा दिए।
गौरतलब है कि इस मामले पर सुनवाई के दौरान मुंबई की सेशंस कोर्ट ने किरीट सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टा उनके खिलाफ मामला बनता है। कोर्ट ने इस मामले में किरीट सौमेया के बेटे नील की भी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी है। ट्रोंबे पुलिस ने पूर्व कर्मचारी की शिकायत पर किरीट सौमेया और उनके बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि किरीट सौमेया और उनके बेटे ने INS विक्रांत को स्क्रैप में जाने से बचाने और उसे म्यूजियम में रखने के नाम पर 57 करोड़ रुपये चंदा जमा किया और उसे हड़प कर गए।
भारतीय नौ सेना के विमान INS विक्रांत ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1961 में भारतीय नौसेना में शामिल हुए INS विक्रांत को नेवी ने 1997 में डिकमीशन कर दिया था। इसके बाद INS विक्रांत को स्कैप ना करते हुए उसे म्यूजियम में रखने की मांग उठी थी लेकिन वो मांग पूरी नहीं हो सकी और जनवरी 2014 को जहाज बेच दिया गया और नवंबर में उसे स्क्रैप कर दिया गया।
मंगलवार को किरीट सौमेया ने वीडियो संदेश जारी करते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि INS विक्रांत को बचाने के लिए उन्होंने एक दिन का प्रतिकात्मक कार्यक्रम किया था जिसमें उन्हें 11 हजार रुपये मिले थे। उन्होंने कहा कि इस घटना के दस साल बाद आज शिवसेना नेता संजय राउत बिना किसी आधार के उनपर 58 करोड़ रुपये जमा करने का आरोप लगा रहे हैं। सौमेया ने महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार पर उनको बदनाम करने का आरोप लगाया है।