नई दिल्ली:ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टी20 इंटरनेशनल टीम के कप्तान आरोन फिंच ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। फिंच ने कहा कि वह खेल के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलकर सम्मानित महसूस करते हैं।
आरोन फिंच विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं। पिछले साल ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घर में टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने से चूक गई थी, तब से फिंच की जगह पर खतरा मंडरा रहा था। फिंच ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया के लिए 103 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें से 76 मुकाबलों में उन्होंने कप्तानी की।
36 साल के फिंच ने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, ‘2024 टी20 वर्ल्ड कप तक मैं नहीं खेल पाऊंगा, इसका एहसास करते हुए मेरे लिए कप्तानी छोड़ना और टीम को योजना बनाने व इवेंट की तैयारी करने देने का सही समय है।’ याद दिला दें कि आरोन फिंच ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाया था। 2021 में दुबई में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने फिंच के नेतृत्व में अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीता था।
आरोन फिंच ने पिछले साल सितंबर में वनडे प्रारूप से संन्यास लिया था। उन्होंने कहा, ’12 साल ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रतिनिधित्व करना और सर्वकालिक दिग्गज खिलाड़ियों के साथ व खिलाफ खेलना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है।’ पता हो कि टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में फिंच के नाम सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2018 में जिंबाब्वे के खिलाफ केवल 76 गेंदों में 172 रन की तूफानी पारी खेली थी।
ऐसा रहा करियर
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन लैचलान हेंडरसन ने कहा कि फिंच ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ सफेद गेंद खिलाड़ियों में से एक हैं। हेंडरसन ने कहा, ‘जहां वो मैदान पर कड़े प्रतिस्पर्धी रहे, वहीं फिंच ने हमेशा चेहरे पर मुस्कुराहट रखते हुए खेल खेला और वो भी सही भावना के साथ।’
आरोन फिंच ने 146 वनडे में 38.89 की औसत रखते हुए 17 शतक व 30 अर्धशतकों की मदद से 5406 रन बनाए। वहीं टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने 103 मैचों में दो शतक और 19 अर्धशतकों की मदद से 3120 रन बनाए। इस दौरान उनकी औसत 34.28 की रही जबकि 142.53 का स्ट्राइक रेट रहा। फिंच टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा सफल नहीं रहे। उन्होंने 5 टेस्ट की 10 पारियों में दो अर्धशतकों की मदद से 278 रन बनाए। उनकी औसत 27.80 की रही।