बेंगलुरु:इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज (Capitalmind) को म्यूचुअल फंड लॉन्च करने के लिए बाजार रेगुलेटरी सेबी से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। बता दें कि दीपक शेनॉय कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज के फाउंडर हैं और उन्होंने इसी साल 5 जनवरी 2024 को म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए सैद्धांतिक मंजूरी के लिए आवेदन किया था।
क्या है डिटेल
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के तौर पर कैपिटलमाइंड वर्तमान में 1,150 से अधिक ग्राहकों के लिए मैनेजमेंट के तहत संपत्ति (एयूएम) में 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का प्रबंधन करता है। एसोसिएशन ऑफ पोर्टफोलियो मैनेजर्स ऑफ इंडिया (एपीएमआई) के आंकड़ों के अनुसार, विवेकाधीन इक्विटी रणनीतियों में एयूएम द्वारा कैपिटलमाइंड 25वीं सबसे बड़ी पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (पीएमएस) के रूप में शुमार है। बता दें कि कैपिटलमाइंड भारत में बैंगलोर स्थित परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों की बढ़ती लिस्ट में से एक है। जेरोधा फंड हाउस, ग्रो म्यूचुअल फंड और नवी म्यूचुअल फंड बैंगलोर में स्थित प्रमुख परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) हैं।
कंपनी ने क्या कहा
कैपिटलमाइंड के सीईओ दीपक शेनॉय ने कहा, “”म्यूचुअल फंड के लिए सेबी की सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त करना सम्मान और विशेषाधिकार दोनों है। हम इस अवसर के लिए आभारी हैं और रेगुलेटी नियमों के हाई स्टैंडर्ड को बनाए रखते हुए दीर्घकालिक संपत्ति बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम भारतीय म्यूचुअल फंड निवेशकों की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप नई निवेश दृष्टिकोण पेश करने के लिए उत्साहित हैं।” उन्होंने आगे कहा, ”हम तेजी से बढ़ते 64 लाख करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड इंडस्ट्रीज में वैल्यू जोड़कर भारत के वित्तीयकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।” बता दें कि 31 मार्च 2024 तक भारत में 74.6 करोड़ पैन कार्ड धारक हैं, इसमें यूनिक म्यूचुअल फंड निवेशकों की संख्या 4.5 करोड़ है। म्युचुअल फंड उद्योग ने तेजी से विकसित हो रहा है, पिछले पांच वर्षों में एयूएम 24% सीएजीआर से बढ़ रहा है।