• Latest
  • Trending
  • All
  • बिजनेस
अध्यात्म की साधना की सम्पूर्ण निष्पत्ति है मोक्ष: महातपस्वी महाश्रमण

अध्यात्म की साधना की सम्पूर्ण निष्पत्ति है मोक्ष: महातपस्वी महाश्रमण

May 4, 2022
बजाज चेतक ईवी

बजाज चेतक ईवी की रिकॉर्ड बिक्री, ओला को पीछे छोड़ा

May 31, 2025
आरबीआई भारतीय रिजर्व बैंक

कटे-फटे नोटों से बनेगा पार्टिकल बोर्ड: आरबीआई

May 31, 2025
बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी

पतंजलि पर सरकार की नजर: संदिग्ध लेन-देन पर स्पष्टीकरण तलब

May 31, 2025
आम

आम खाने से पहले भिगोना क्यों चाहिए?

May 31, 2025
1 या 2 जुलाई ,योगिनी एकादशी कब है? नोट कर लें सही डेट, शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और पारण टाइमिंग

निर्जला एकादशी 2025: 06 या 07 जून? जानिए सही व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त

May 31, 2025
राशिफल

31 मई 2025 का राशिफल

May 31, 2025
इंडिगो Indigo Airline

भारत ने इंडिगो-तुर्की विमान लीज समझौता समाप्त करने का आदेश दिया

May 30, 2025
राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह की चेतावनी: अभी तो वॉर्म-अप था, अब नेवी भी तैयार

May 30, 2025
जीडीपी

चार साल की सबसे धीमी वृद्धि: भारत की जीडीपी 6.5%

May 30, 2025
संजय राउत

संजय राउत का बड़ा आरोप: “पहलगाम के आतंकवादी भाजपा में शामिल हो सकते हैं”

May 30, 2025
पीएम मोदी की कानपुर यात्रा: शुभम द्विवेदी के परिवार से भेंट

पीएम मोदी की कानपुर यात्रा: शुभम द्विवेदी के परिवार से भेंट

May 30, 2025
ऑपरेशन सिंदूर

नूंह और बिहार में जम नहीं पाए, दिल्ली में बनाया ठिकाना; 38 और बांग्लादेशी पकड़े

May 30, 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Saturday, May 31, 2025
  • Login
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
No Result
View All Result
Home आराधना-साधना

अध्यात्म की साधना की सम्पूर्ण निष्पत्ति है मोक्ष: महातपस्वी महाश्रमण

सरलता, ऋजुता द्वारा आत्मा की होती है शुद्धि, शुद्ध आत्मा ही कर सकती है मोक्ष का वरण

ON THE DOT TEAM by ON THE DOT TEAM
May 4, 2022
in आराधना-साधना
Reading Time: 1 min read
A A
0
अध्यात्म की साधना की सम्पूर्ण निष्पत्ति है मोक्ष: महातपस्वी महाश्रमण

सरदारशहर, चूरु:वर्तमान समय में भारत के कई राज्य भयंकर गर्मी की मार झेल रहे हैं। ऐसे में यदि कोई राजस्थान की बात करे तो आमजन का मानस राजस्थान की तपती रेतीली धरती पर जाना स्वाभाविक है। ऐसी राजस्थान की रेतीली धरती और अपने बढ़ते तापमान के लिए वैश्विक पटल पर अपनी पहचान रखने वाले चूरू जिले के सरदारशहर नगर में सरदारशहर के लाल, तेरापंथ के वर्तमान अनुशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी द्वारा नियमित रूप से प्रवाहित होने वाली ज्ञानगंगा में डुबकी लगाने और मानसिक शांति प्राप्ति करने को हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हो रहे हैं और गर्म हवाओं की थपेड़ों की परवाह किए बिना श्रद्धालु श्रीमुख से प्रवाहित होने वाली ज्ञानगंगा में डुबकी लगाकर अपनी चेतना को निर्मल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हिटवेव में भी श्रद्धा का वेव हाई है।

बुधवार को सरदारशहर के तेरापंथ भवन के निकट बने युगप्रधान समवसरण में उपस्थित जनता को मंगल प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि अध्यात्म जगत की सम्पूर्ण निष्पत्ति होती है निर्वाण, मोक्ष की प्राप्ति। अनादि काल से आत्मा जन्म-मृत्यु के चक्रानुसार अनंत बार जन्म ले चुकी है और मृत्यु को प्राप्त हो चुकी है। जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त होना ही मोक्ष, मुक्ति अथवा निर्वाण की प्राप्ति है। एक प्रश्न हो सकता है कि निर्वाण को कौन प्राप्त हो सकता है? भव्य जीव मोक्ष को प्राप्त कर सकता है तो एक प्रश्न पुनः हो सकता है कि भव्य जीव कौन होता है? धर्म में रमी हुई आत्मा भव्य होती होती है जो शुद्ध और निर्मल होती है। एक प्रश्न और किया जा सकता है कि ? आत्मा शुद्ध और निर्मल कैसे हो? तो इसका उत्तर होगा कि सरल और ऋजु आत्मा ही शुद्ध और निर्मल होती है। छल, कपट, लोभ आदि से युक्त आत्मा शुद्ध नहीं हो सकती है। इसलिए आदमी को मोक्ष प्राप्ति के लिए अपनी आत्मा को निर्मल बनाने का प्रयास करना चाहिए, इसके लिए सरलता और ऋजुता अपेक्षित है।

जीवन में लगे दोषों के परिमार्जन के लिए सरला और ऋजुता की परम आवश्यकता होती है। सरलता होती है तो आदमी निःसंकोच भाव से लगे दोषों का परिमार्जन कर अपनी आत्मा को शुद्ध बना सकता है। इसके लिए आदमी को अपने जीवन में लगे दोषों का सरल मन से प्रायश्चित्त लेकर आत्मा को शुद्ध बनाने का प्रयास करना चाहिए। जिस तरह डाक्टर से कोई बार नहीं छिपाई जाती, उसी प्रकार प्रायश्चित्त प्रदाता से कोई दोष नहीं छिपाया जा सकता। गलती को सरलता से स्वीकार कर लेने से शुद्धि की बात हो सकती है। गृहस्थ जीवन में भी लेन-देन, व्यापार-व्यवसाय, बात-व्यवहार में सरलता, सच्चाई और ईमानदारी की भावना रखने का प्रयास करना चाहिए। यदि आदमी सच्चाई, सरलता को आत्मसात करता है तो फिर आत्मा शुद्धता की बात हो सकती है और कभी निर्वाण की प्राप्ति भी संभव हो सकती है।

आचार्यश्री के मंगल उद्बोधन के उपरान्त साध्वीवर्या साध्वी संबुद्धयशाजी ने भी उपस्थित जनता को उद्बोधित करते हुए मानव जीवन को सफल बनाने की प्रेरित किया। श्रीमती सपना लुणिया ने अपनी आस्थासिक्त अभिव्यक्ति दी। मंगल प्रवचन के उपरान्त आचार्यश्री के मंच से प्रवास स्थल की ओर प्रस्थित हुए तो मंच के पास से लेकर प्रवास स्थल तक मार्ग के दोनों ओर श्रद्धालु करबद्ध खड़े नजर आए। सभी पर आशीषवृष्टि करते हुए आचार्यश्री प्रवास स्थल पर पधारे। तपती गर्मी में भी आचार्यश्री का आशीर्वाद मानों श्रद्धालुओं को आंतरिक राहत प्रदान करने वाला बन रहा था।

मघवागणी के स्मारक पर पधारे आचार्यश्री महाश्रमण
इससे पूर्व प्रातः नगर भ्रमण के अंतर्गत आचार्यश्री जम्मड़ों की हवेली पधारे, जहां तेरापंथ के षष्टम आचार्यश्री मघवागणी का महाप्रयाण हुआ था। तत्पश्चात् उनके समाधि स्थल ‘मघवा स्मारक’ पधार कर गुरुदेव ने अपने पूर्वाचार्य का श्रद्धास्मरण किया।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending News

  • 2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • रामनवमी से पहले ही राम लला का सूर्याभिषेक देख भक्त हुए निहाल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • स्वामी चिदम्बरानन्द महाराज के अवतरण महोत्सव व सिवा ट्रस्ट वार्षिकोत्सव का आयोजन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • 24 अगस्त से फिर शुरू हो रही है रामायण सर्किट रेल यात्रा

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • भारत से विभाजन के समय पाकिस्तान में थे 20 फीसदी हिंदू, धर्मांतरण और उत्पीड़न के बाद अब कितने बचे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बैलेंसिंग लाइफ ही जिंदगी को खुशहाल बना सकती है: रचना हिरण

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • मुख्य समाचार
  • देश
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
Call us: +91 98330 26960
No Result
View All Result
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH

Copyright © 2020 ON THE DOT

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In