ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के कारण कुछ लोग आज धनतेरस का त्योहार मनाएंगे, जबकि कुछ लोग छोटी दिवाली। आज शाम 06 बजकर 03 मिनट तक त्रयोदशी रहेगी, जिसके कारण कुछ लोग उदया तिथि में 24 अक्टूबर को ही छोटी दिवाली व बड़ी दिवाली का त्योहार मनाएंगे। छोटी दिवाली को काली चौदस, नरक चतुर्दशी या रूप चतुर्दशी आदि नामों से जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण, काली और सत्यभामा ने इस दिन ही नरकासुर राक्षस का वध किया था। यह त्योहार जीवन में रोशनी और खुशियां लाने का प्रतीक है। छोटी दिवाली के दिन कुछ लोग हनुमान जयंती भी मनाते हैं। जानें छोटी दिवाली से जुड़ी खास बातें-
छोटी दिवाली 2022 पूजन व दीपदान का शुभ मुहूर्त-
अगर आप 23 अक्टूबर को छोटी दिवाली मना रहे हैं तो शाम 06 बजकर 03 मिनट के बाद त्रयोदशी में ही पूजन व दीपदान करना उत्तम रहेगा।
चतुर्दशी तिथि कब से कब तक-
चतुर्दशी तिथि 23 अक्टूबर 2022 को शाम 06 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 2 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी। आज शाम को 06 बजकर 03 मिनट के बाद चतुर्मखी दीपक लाकर शांति और बुराई दूर करने की कामना की जा सकती है।
दिवाली हनुमान पूजा मुहूर्त-
दीपावली हनुमान पूजा मूहूर्त – 11:40 पी एम से 12:31 ए एम, अक्टूबर 24
अवधि – 00 घण्टे 51 मिनट्स
छोटी दिवाली पर क्यों किया जाता है दीपदान-
छोटी दिवाली के दिन शाम को घर के बाहर मृत्यु के देवता यमराज को दक्षिण दिशा में दीप दान किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। कहते हैं कि नरक चतुर्दशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान कृष्ण की पूजा करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है।