नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने शनिवार को भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वह दस्तावेज के जरिए इस बात को साबित करे कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद रिज क्षेत्र में पेड़ों की कटाई की गई थी। AAP की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा को इस मामले में राजनीति करने का मौका मिल गया है और शुक्रवार से वह कुछ दस्तावेज दिखा रही है और कह रही है कि ये पेड़ केजरीवाल के आदेश पर काटे गए थे।
प्रियंका ने आगे कहा कि भाजपा जो कह रही है वह असंभव है क्योंकि रिज क्षेत्र से पेड़ों की कटाई की अनुमति केवल सुप्रीम कोर्ट ही दे सकता है। अगर भाजपा के पास ऐसे दस्तावेज हैं तो उन्हें नाटक बंद कर इन दस्तावेजों को सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखना चाहिए। उन्होंने कहा, दिल्ली में कई स्थानों में रिज क्षेत्र हैं, जहां एक भी पेड़ काटने के लिए सुप्रीम कोर्ट की इजाजत लेनी होती है। लेकिन छतरपुर के एक रिज क्षेत्र में LG साहब ने बिना कोर्ट के आदेश के 1100 पेड़ अवैध रूप से कटवा दिए।
प्रियंका ने कहा कि ‘भाजपा गुमराह करने की कोशिश कर रही है, अगर ऐसा कोई भी दस्तावेज है तो वो आपको क्यों दिखा रहे हैं, उन दस्तावेजों को वो सुप्रीम कोर्ट के सामने क्यों नहीं रख रहे, जहां उनको हर रोज लगातार डांट पड़ रही है। क्योंकि उन्होंने नियमों और कानूनों के खिलाफ जाकर हजारों पेड़ काटने का निर्देश दिया है। तो ऐसा कोई भी दस्तावेज है तो वे उसे सुप्रीम कोर्ट के समक्ष क्यों नहीं रख रहे।’
जिस इको सेंसिटिव जोन के लिए सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही अनुमति दे सकता था, सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही अलाउ कर सकता था, और कोई कर ही नहीं सकता था, वैसी जगह पर एलजी ने पेड़ कटवाए हैं, और अब जानबूझकर लोगों को भ्रमित करने के लिए भाजपा यह झूठ प्रचारित कर रही है।
आगे AAP प्रवक्ता ने कहा, ‘इस बारे में हमारी एक फैक्ट फाइंडिंग बन चुकी है, हमने भाजपा को रिपोर्ट करने वाले अफसरों और अधिकारियों से सारी जानकारी मांगी, लेकिन वे कुछ भी सामने नहीं बता रहे, बल्कि मीडिया में आकर वे इस पर भी राजनीति करना चाहते हैं। यह भाजपा की गलत नीतियों का परिणाम है कि आज भारत पर्यावरण सुरक्षा प्रदर्शन इंडेक्स में 180 में से 180वें स्थान पर यानी आखिरी पायदान पर पहुंच गया है\’
आगे प्रियंका ने कहा, भाजपा के इशारे पर LG ने इको सेंसटिव जोन में सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना ही 1100 पेड़ कटवा डाले। आज सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली सरकार LG से इसका जवाब मांग रही है। लेकिन कोई जवाब नहीं आ रहा है। दिल्ली सरकार और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय जी ने पिछले 4 वर्षों में 2 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाकर दिल्ली के ग्रीन जोन को एक नए हाई पर पहुंचाया हैं। वहीं दिल्ली के LG साहब एक पौधा लगाते हैं और उसी के 4 बार फोटो खिंचवाते हैं, और अपना फर्ज पूरा समझते हैं। इससे भी बढ़कर LG साहब 3 फरवरी, 2024 को एक इको फ्रेंडली जोन में जाकर सभी नियमों को तोड़कर हजारों की संख्या में पेड़ काटने का आदेश दे देते हैं।’
प्रियंका ने आगे आरोप लगाते हुए कहा, ‘BJP ने तमाम पर्यावरण बोर्ड से स्वतंत्र लोगों को हटा दिया, जिससे इन्हें कोई रोकने वाला ना हो। NGT के चेयरमैन सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज या फिर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ही हो सकते थे, लेकिन बीजेपी ने नियम बदलकर चेयरमैन नियुक्त करने की ऐसी कमिटी का गठन कर दिया, जिसमें सब भाजपाई ही हों।’
‘BJP की नीतियों की वजह से पर्यावरण पर नुकसान हो रहा है। प्रधानमंत्री खुद कहते हैं कि Climate change नाम की कोई चीज नहीं होती है। BJP वालों ने गुरुग्राम में अरावली, मुंबई का आरे और छत्तीसगढ़ के हसदेव में पूरे के पूरे जंगल काट दिए, जिससे इनके पूंजीपति मित्रों को जमीन मिल जाए। गोवा में तो इन्होंने नारियल के पेड़ों को घास बता दिया था, जिससे उन्हें आसानी से काटा जा सके।’
उधर AAP के दावे पर दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हमने जो भी दस्तावेज साझा किए हैं, उन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और पर्यावरण मंत्री के हस्ताक्षर हैं। AAP सरकार जिम्मेदारी से बच नहीं सकती क्योंकि पार्टी के नेता यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि अनुमति किसी अन्य परियोजना से संबंधित थी।’