अमृतसर:अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर स्वर्ण मंदिर परिसर के बाहर फायरिंग की गई है। गोली चलाने वाला एक बुजुर्ग शख्स बताया जा रहा है, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त की ओर से तनखइया घोषित किया गया है और वह सजा के तौर पर स्वर्ण मंदिर में सेवादारी कर रहे हैं। उन्हें शौचालय साफ करने समेत कई काम करने को कहा गया है। खबर है कि बुधवार सुबह सुखबीर सिंह बादल जब स्वर्ण मंदिर पहुंच रहे थे तो गेट पर ही उन पर हमला किया गया। इस हमले में सुखबीर सिंह बादल बाल-बाल बच गए। गोली उन्हें नहीं लगी। फिलहाल स्थिति कंट्रोल में हैं और स्वर्ण मंदिर में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। अब तक यह जानकारी नहीं मिली है कि सुखबीर सिंह बादल पर क्यों हमला किया गया।
बताया जा रहा है कि हमलावर बुजुर्ग मंगलवार को भी स्वर्ण मंदिर में सुखबीर सिंह बादल के आसपास देखा गया था। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि हमलावर की मूवमेंट के बारे में जानकारी मिले और उसके मकसद का भी पता लगाया जा सके। सुखबीर सिंह बादल समेत कई अकाली नेता फिलहाल सजा के तौर पर सेवादारी कर रहे हैं। 2015 के बेअदबी मामले में सुखबीर सिंह बादल एवं अन्य अकाली नेताओं को अकाल तख्त ने सोमवार को यह सजा सुनाई थी और उन्हें तनखइया घोषित किया था।
सुखबीर सिंह बादल पर जिस समय हमला हुआ, उस दौरान उनके आसपास कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। उन पर हमले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखता है कि वह अकेले ही हैं और उनके पास कोई सिक्योरिटी नहीं है। हालांकि बुजुर्ग के रिवॉल्वर तानते ही कुछ लोग उसकी ओर दौड़ते हैं और गोली हवा में चल जाती है। इस तरह सुखबीर सिंह बादल की जान बाल-बाल बचती है। हमलावर बुजुर्ग की पहचान नारायण सिंह चोरहा के रूप में हुई है। कुछ सूत्रों का कहना है कि बुजुर्ग बेअदबी कांड के चलते नाराज था और इसी के कारण उसने सुखबीर सिंह बादल को निशाना बनाया। इस सनसनीखेज कांड के चलते स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा पर भी सवाल उठे हैं।
इस हमले को लेकर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का कहना है कि हमारी पूरी नजर है। लेकिन यह कैसी नजर है कि गोली चल गई? यदि बंदा मर ही जाता तो पुलिस क्या कर लेती। भाजपा ने भी इस घटना की निंदा की है और सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब को बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया है।