डेस्क:यूपी में विधानसभा चुनाव में अभी दो साल का समय है। लेकिन यहां की राजनीति में उथल-पूथल हो रही है। खासकर पिछड़ों के वोट बैंक को अपना मानने वाली भाजपा की सहयोगी पार्टियों ओपी राजभर की सुहेलदेव समाज पार्टी और अनुप्रिया पटेल की अपना दल एस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले ही हफ्ते ओपी राजभर की पार्टी में बड़ी बगावत हुई थी। कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया था। मंगलवार को अपना दल एस के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार पाल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ ही उनके पति आशीष पटेल पर पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं। राजकुमार पाल के साथ ही प्रदेश सचिव कमलेश विश्वकर्मा, अल्पसंख्यक मंच के प्रदेश सचिव मोहम्मद फहीम और जिला महासचिव बीएल पासी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
राजकुमार पाल ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दोनों से इस्तीफा देते हुए कहा कि अपना दल एस अब सोनेलाल पटेल की विचार धारा से भटक गई है। प्रतापगढ़ के एक होटल में मीडिया से बातचीत करते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने अपने त्यागपत्र में पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को सम्बोधित करते हुए उपेक्षा और पार्टी पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और डॉ. सोनेलाल पटेल की विचार धारा से भटकने का आरोप लगाया है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने पार्टी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल पर लगातार उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैंने लगातार पार्टी को मजबूत करने का काम किया है लेकिन कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्तक्षेप के कारण मैं अपने ही कार्यकर्ताओं की समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा था। ऐसे में मैंने पद छोड़ने का निर्णय लिया है। राजकुमार पाल ने अपने अगले कदम का ऐलान तो नहीं किया लेकिन माना जा रहा है कि वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।