राजमिस्त्री पर आरोप है कि काम करने के दौरान ही दोनों के बीच संबंध बने और जब वह गर्भवती हो गई तो उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी। हत्या की यह घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। हत्या के बाद शव को रस्सी के सहारे पेड़ से लटका दिया ताकि यह भ्रम हो कि लड़की ने आत्महत्या की है। शुक्रवार को स्थानीय लोग जब मॉर्निंग वाक पर निकले तो देखा कि किशोरी का शव पेड़ से लटक रहा है। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
दिग्घी (एसकेएमयू) ओपी के थाना प्रभारी सुजीत उरांव मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी थी। शुक्रवार को शव की शिनाख्त नहीं हो पाने के कारण मामले का खुलासा नहीं हो सका। शनिवार को शव की पहचान के साथ ही परिजनों के बयान और पुलिस की छानबीन से पुलिस के आला अधिकारियों ने लड़की के साथ दुष्कर्म एवं उसकी हत्या की पुष्टि की। आशंका जताई जा रही है कि लड़की के गर्भवती होने पर दोनों के बीच विवाद हुआ होगा और युवक ने उसकी हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को एक पेड़ से लटका दिया।
दुमका में 14 साल की किशोरी की रेप के हत्या कर शव को पेड़ से टांगने का आरोपी अरमान पाकुड़ के अमड़ापाड़ा का रहने वाला निवासी है। वह राजमिस्त्री का काम करता है और श्रीअमड़ा में किराए का घर लेकर रहता था। पुलिस के अनुसार, युवती मूलत: दुमका जिले के रानेश्वर इलाके की रहने वाली थी। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि अभी वह दुमका से करीब 15 किमी दूर जामा में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहती थी। वह रोज मजदूरी करने दुमका आती थी। इसी दौरान उसका परिचय राजमिस्त्री अरमान अंसारी से हुआ था।
संताल परगना के डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कहा, ‘श्रीअमड़ा में लड़की से दुष्कर्म और उसकी हत्या का मामला सामने आया है। पेड़ से लटका उसका शव बरामद किया गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस कांड की त्वरित जांच कर एक सप्ताह में चार्जशीट का आदेश दिया गया है।’
आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म एवं हत्या मामले में आरोपी अरमान के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 302, 376, पॉक्सो एक्ट की धाराओं के साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज केस का अनुसंधान एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी द्वारा किया जाता है।