नई दिल्ली:दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में दो नए स्कूलों की नींव रखी। इनमें दो शिफ्टों में पढ़ाई होगी। यहां 10 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इस दौरान केजरीवाल ने इस विधानसभा क्षेत्र में 10 पुराने स्कूलों के अलावा 10 नए सरकारी विद्यालय बनवाने की घोषणा की। केजरीवाल ने कहा कि जो शिक्षा उन्होंने अपने बच्चों को दी है, वैसी ही अच्छी शिक्षा देश के हर बच्चे को मिलनी चाहिए। यही वजह है कि वह पिछले नौ साल से शिक्षा और स्वास्थ्य पर कुल बजट का 40 फीसदी खर्च कर रहे हैं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी और रितुराज झा आदि मौजूद रहे।
पांच वर्ष में कच्ची कॉलोनियों की सूरत बदली : इस दौरान केजरीवाल ने कच्ची कॉलोनियों पर राजनीति करने वाले विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हर चुनाव के पहले दूसरी पार्टी वाले आकर कहते थे कि हमको वोट दे दो, हम जीत गए तो कच्ची कॉलोनियों के लिए बहुत कुछ कर देंगे पर किसी पार्टी ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि कच्ची कॉलोनियों में जो काम पिछले 75 साल में नहीं हुए, वो काम केवल पांच साल में करके दिखा दिए। अब इन कॉलोनियों की सूरत बदल चुकी है।
ये सुविधाएं मिलेंगी : हर फ्लोर पर प्रयोगशाला, पुस्तकालय, स्टाफ रूम, एक्टिविटी रूम, टॉयलेट ब्लॉक और एक लिफ्ट होगी। 300 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक वातानुकूलित मल्टीपर्पज हॉल भी बनाया जाएगा।
असल मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा : दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि दिल्ली की जनता का असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी कुछ भी आरोप लगा रही है। मुख्यमंत्री स्वयं ऐसे सपने देख रहे हैं जो जीवन में संभव नहीं हो सकते हैं। दिल्ली सरकार चोरी और भ्रष्टाचार में लिप्त है, जिससे मुख्यमंत्री को डर है कि कथित शराब घोटाले में जांच एजेंसी के सामने बचाव के लिए क्या साक्ष्य दे पाएंगे? अपनी बेगुनाही कैसे साबित कर पाएंगे।
‘भाजपा कुछ भी कर लें काम नहीं रुकेंगे’
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने सारी साजिश रच ली, लेकिन झुका नहीं पाई। मैं बताना चाहता हूं कि कुछ भी कर ले काम नहीं रुकेंगे। हम काम करते रहेंगे। आज ये सारी साजिशों के बाद भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं, क्योंकि करोड़ों बच्चे जिन्हें हमने पढ़ाया उनका अर्शीवाद हमारे साथ है।
‘आप सरकार आने से शिक्षा में क्रांति आई’
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि जब से दिल्ली में केजरीवाल सरकार आई है, तब से शिक्षा में क्रांति भी आई है। पिछले सात वर्षों से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे निजी स्कूलों से बेहतर आ रहे हैं। बीते नौ वर्षों में लगभग 3 लाख बच्चों ने निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है।