नई दिल्ली:कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को एक बार फिर राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। खचाखच भरी अदालत में खुद अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी बातें रखीं। केजरीवाल ने खुद को बकसूर बताते हुए कहा कि घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भाजपा को मिले चंदे का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ईडी का मकसद आम आदमी पार्टी को खत्म करना और उगाही करना है।
ईडी की तरफ से पेश हुए एसएसजी एसवी राजू ने केजरीवाल की रिमांड एक सप्ताह बढ़ाने की मांग करते हुए अपनी दलीलें खत्म कीं तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अदालत से अनुमति लेकर अपनी बात रखनी शुरू की। उन्होंने कहा, ‘यह केस दो साल से चल रहा है। मुझे गिरफ्तार कर लिया गया अभी तक मुझे पर कोई आरोप नहीं है, कोई दोष साबित नहीं हुआ। अभी तक 31 हजार पन्ने कोर्ट के सामने रखे गए हैं। बहुत से बयान दर्ज किए गए हैं। मेरा नाम चार ही बयानों में है।’
केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के पूर्व पीए सी अरविंद के बयान में आए उनके नाम को लेकर कहा, ‘उन्होंने कहा कि मेरी मौजूदगी में दस्तावेज दिया गया। बहुत से लोग मुझसे मिलने आते हैं और एक दूसरे से बात करते हैं। क्या यह गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त कारण है?’ केजरीवाल ने मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी का जिक्र करते हुए कहा कि जब तक उनके बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया उनके बयान एक जैसे रहे। इसके बाद उन्होंने अपना बयान बदल लिया और अगले कुछ दिनों में उनके बेटे को रिहा कर दिया गया।
केजरीवाल ने कहा कि ईडी का मिशन केवल उन्हें फंसाना है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि यदि 100 करोड़ का घोटाला है तो रुपये कहां है। उन्होंने कहा, ‘असली घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ है। ईडी के दो ही मकसद हैं। एक आप (आम आदमी पार्टी) को खत्म करना। दूसरा वसूली रैकेट चलाना, जिसके जरिए वो पैसे इकठ्ठे कर रहे हैं। शरथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ दिए। मेरे पास सबूत हैं कि ये रैकेट चल रहा है। मनी ट्रेल स्टैबलिश है। उन्होंने बीजेपी को 50 करोड़ रुपए गिरफ्तारी के बाद दिए।’