अयोध्या:41 वें रामायण मेले के प्रथम दिवस के कार्यक्रम की आवरण छवि का लोकार्पण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने किया। राम विवाहोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले परम्परागत चार दिवसीय रामायण मेला में नवीनता लाने के लिए आयोजन को उसकी प्रासंगिकता से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। यही कारण इस साल पारम्परिक विवाह के रस्म के साथ जुड़ी प्रस्तुतियां हर दिन होगीं। इसके चलते हर दिन के मंचन के अनुसार पोस्टर तैयार कराए गये है। इस पोस्टर को रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला को समर्पित कर पुन: सार्वजनिक किया गया।
इसका प्रतिफल यह रहा कि राम मंदिर निर्माण की कार्यदाई संस्था एलएण्डटी एवं पर्यवेक्षण कर रही टाटा इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी (टीईसी) भी रामायण मेला समिति का सहयोग करने के लिए राजी हो गयी। मंडलायुक्त नवदीप रिणवा ने इस आशय का आग्रह एलएण्डटी के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर वीके मेहता से किया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। मंडलायुक्त रिणवा ने अन्य सहयोगी ढूंढने के लिए नगर आयुक्त व एडीए के वीसी विशाल सिंह को जिम्मेदारी दी। इसके पहले रंगमहल में संवाददाताओं से बातचीत में रामजन्मभूमि ट्रस्ट महासचिव ने बताया कि रामायण मेला के पोस्टर में अवधी शैली में कोहबर की पेंटिंग की गयी। इस पोस्टर को अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट की छात्राओं वैष्णवी गुप्ता व प्रीति मौर्य ने बनाया है।
मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्र ने बताया कि प्रथम दिवस के कार्यक्रम में फुलवारी लीला के बीच राम और सीता जी का प्रथम मिलन, सीता जी का माता गौरी से आशीर्वाद, स्वयंवर के दौरान धनुष भंग व जयमाल की लीला को दर्शाया गया है। बताया गया कि 40 सालों में ऐसा सुखद संयोग प्रथम बार हुआ है कि रामायण मेला का शुभारम्भ रामलला के दरबार से हो रहा है जो की राम मंदिर निर्माण के साथ ही प्रभु राम के आदर्शों को वैश्विक फलक पर प्रसारित करने के लिए संकल्पबद्ध होगा । कार्यक्रम में विधायक वेदप्रकाश गुप्त, रंगमहल महंत रामशरण दास महाराज, श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी महंत दिनेन्द्र दास व डा. अनिल मिश्र, रामायण मेला समिति सदस्य कमलेश सिंह, एसएन सिंह, डा.जनार्दन उपाध्याय, शैलेन्द्र मोहन मिश्र ऊर्फ छोटे मिश्र, श्री निवास शास्त्री, शरद चंद्र कपूर शामिल रहे।