जयपुर:राजस्थान के नागौर जिले में एक बीजेपी नेता की हत्या की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है। परिजनों की ओर से घटना की सीबीआई जांच और मुआवजे की मांग को लेकर जारी विरोध की वजह से पुलिस प्रशासन दो दिन बाद भी शव का पोस्टमार्टम नहीं कर सके। घटना के बाद से प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल पीड़ित परिवार से अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने बैठे गए।
बता दें कि नागौर जिले के नवां कस्बे में शनिवार को आधा दर्जन हमलावरों ने बीजेपी नेता और नमक के कारोबारी जयपाल पूनिया की गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारियों ने सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए विरोध कर रहे परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बन पाई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों और परिवार के सदस्यों के बीच दो बार बातचीत विफल होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी, पर्याप्त मुआवजा और मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि विधानसभा में उप मुख्य सचेतक और कांग्रेस के नवां विधायक महेंद्र चौधरी, उनके भाई मोती सिंह चौधरी, मूलचंद सैनी, वीरेंद्र सैनी और के इशारे पर उनके पति की हत्या की गई है। पुलिस ने इस मामले में एक केस भी दर्ज किया है।