जमशेदपुर:आदित्यपुर थाना क्षेत्र के हरिओम नगर निवासी पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या सगी बेटी अपर्णा सिंह ने ही करायी थी। प्रेम में बाधा बने पिता को हटाने के लिए अपर्णा ने सुपारी में अपनी हीरे की अंगूठी दे डाली थी। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल अपर्णा सिंह, उसके ब्वॉयफ्रेंड राजवीर सिंह और सरायकेला-खरसावां जिला कांग्रेस के अध्यक्ष छोटराय किस्कू के नाबालिग पुत्र तथा शूटर निखिल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, फरार दो अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
शुक्रवार को आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर में हत्याकांड का खुलासा करते हुए सरायकेला-खरसावां जिले के एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि मृतक की पुत्री अपर्णा से राजवीर सिंह नामक लड़के का पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसका विरोध कन्हैया सिंह लगातार कर रहे थे। कन्हैया सिंह अपर्णा को डांट-डपट भी करते थे और राजवीर सिंह व उसके परिवार को धमकी दी गयी थी। लेकिन, लड़की ने राजवीर से प्रेम प्रसंग जारी रखा। इसके बाद पुन: कन्हैया सिंह ने राजवीर को अपने कार्यालय में बुलाकर कनपटी पर पिस्टल सटा धमकी देने के साथ-साथ मारपीट की थी। राजवीर के घर वालों को भी कन्हैया सिंह ने जलील किया था।
आत्महत्या की धमकी दे प्रेमी को फिर बातचीत के लिए किया मजबूर
कन्हैया सिंह के डर से राजवीर सिंह के पिता मांझी टोला के घर को औने-पौने दाम में बेच मानगो में भाड़े के मकान में रहने लगे थे। राजवीर ने भी डर से लड़की से बातचीत छोड़ दी थी। जिसके बाद अपर्णा ने संवाद भेज राजवीर को बात करने के लिए कहा, फिर भी बात नहीं की। तब डराने के लिए चूहे की दवा खाते वीडियो बना अपर्णा ने लड़के को भेजा। यह देख राजवीर डर गया और अपने पिताजी को बतायी। इस वाकया के बाद राजवीर ने फिर से अपर्णा से बातचीत शुरू कर दी। इसकी जानकारी होने पर कन्हैया सिंह ने एक फिर से राजवीर को धमकी दे डाली।
कन्हैया सिंह के गाली-गलौज से परेशान शूटर निखिल गुप्ता ने दिया राजवीर का साथ
इसी दौरान मांझी टोला के उसके दोस्त निखिल गुप्ता से इस बात को साझा किया तो शूटर निखिल गुप्ता ने कहा कि उसे भी उस रास्ते से आने-जाने पर कन्हैया सिंह गाली गलौज करते हैं। तब निखिल भी बदला लेने के लिए तैयार हो गया। इधर, अपर्णा अपने पिता कन्हैया सिंह की हर गतिविधि की जानकारी प्रेमी राजवीर को देने लगी।
हत्यारों को दिया व्हाट्सएप का लोकेशन
20 जून को अपर्णा के माध्यम से राजवीर सिंह को पता चला कि कन्हैया सिंह बिहार के सोनपुर गया है। तब प्रेमी राजवीर, शूटर निखिल और उसका दोस्त छोटराय किस्कू का पुत्र सोनपुर गए। पटना में छोटराय किस्कू के पुत्र ने एक तस्कर से संपर्क कर हथियार उपलब्ध कराया। इसके बाद अपर्णा द्वारा शेयर किये गये व्हाट्सएप लोकेशन से तीनों सोनपुर पहुंच गए और कन्हैया सिंह को मारने का प्रयास किया, पर भीड़ भाड़ होने के कारण असफल रहे। कन्हैया सिंह पर हमला करने का मौका नहीं मिला तो जमशेदपुर लौट गए।
5 हजार रुपए नकद, शराब की बोतल और हीरे की अंगूठी
इसके बाद 29 तारीख की रात को दोबारा अर्पणा ने राजवीर को अपने पिता के लौटने की जानकारी दी। जिसके बाद उसने निखिल गुप्ता और उसके दोनों सहयोगियों को भेजकर कन्हैया सिंह की हत्या करवा दी। कन्हैया सिंह की हत्या के लिए ब्वॉयफ्रेंड राजवीर सिंह ने शूटर निखिल गुप्ता को रुपए 5000 नकद, एक बोतल शराब और एक हीरे की अंगूठी दी। यह हीरे की अंगूठी मृतक कन्हैया सिंह की पुत्री अर्पणा ने अपने ब्वॉयफ्रेंड राजवीर को दी थी।
डीएवी में साथ पढ़ते वक्त हुआ था दोनों में प्रेम
डीएवी पब्लिक स्कूल एनआईटी कैंपस में दोनों पढ़ते थे। पांच साल पूर्व राजवीर दसवीं में पढ़ता था और अपर्णा उस समय आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। उसी वक्त दोनों में प्यार हुआ था। तीन साल पहले कन्हैया सिंह को सब बातों की जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने अपनी पुत्री अपर्णा और आरोपी लड़का दोनों को डराया। लेकिन, उसी समय दोनों ने तय कर लिया था कि पिता की मौत के बाद ही दोनों एक हो सकते हैं। वर्तमान में शादी के लिए बात चल रही थी। जिसके बाद हत्या का षडयंत्र रचा गया।’
गिरफ्तारी के लिए कातिल के पिता कर रहे थे आंदोलन
हाईप्रोफाइल कन्हैया सिंह हत्याकांड में कांग्रेस ने जोरदार आंदोलन किया था। इस हत्याकांड की निंदा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी की और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को अल्टीमेटम दिया था। इधर, पूर्व सीएम मधु कोड़ा पैदल मार्च में शामिल हुए। सांसद गीता कोड़ा ने घटना की निंदा की। कांग्रेसी ने सड़क पर उतरकर कन्हैया सिंह हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ साथ जिले में गिरती कानून व्यवस्था पर पुलिस को घेरा। आंदोलन में जिला अध्यक्ष छोटराय किस्कू शामिल रहे। लेकिन पुलिस ने जब मामले का खुलासा किया तो हर कोई आश्चर्यचकित हो गया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष छोटराय किस्कू के नाबालिग पुत्र भी इस हत्याकांड में षडयंत्रकारी निकला। उसकी जान पहचान पटना के हथियार तस्कर से थी। लिहाजा, 20 जून को कन्हैया की हत्या के लिए सोनपुर राजवीर और निखिल के साथ गया था। उसी ने 8 हजार 5 सौ रुपये में देसी कट्टा खरीदवाया। दूसरी ओर, पिता आदित्यपुर में आंदोलन में व्यस्त रहे।
कोलकाता के फार्म हाउस से धराया राजवीर
कन्हैया सिंह की हत्या के उपरांत राजवीर सिंह शहर से फरार हो गया था। वह कोलकाता के फार्म हाउस में रह रहा था। जबकि निखिल गुप्ता अपने पुस्तैनी गांव बक्सर चला गया था। लेकिन जब उसका नाम नहीं आ रहा था तो उसे लगा कि अब वह बच जाएगा। लेकिन पुलिस उसे ट्रेस कर रही थी। इसी बीच व आदित्यपुर आ गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।