भोपाल:राहुल गांधी समेत कांग्रेस पार्टी के कई नेता इस वक्त भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। पार्टी के नेता इस दौरान 3500 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस यात्रा के बीच कांग्रेस पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता उमा भारती को इस यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया था। कमलनाथ ने कहा था कि मैं उमा भारती को इस भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहा हूं।
अब भाजपा नेता उमा भारती ने कमलनाथ के न्योते पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उमा भारती ने कहा, ‘मैंने एक अखबार में पढ़ा कि कमलनाथ जी ने मुझे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सम्मिलित होने के लिए निमंत्रण दिया है, यह मुझे मजाक लग रहा है मुझे इस तरह के मजाक का अभ्यास नहीं है।’
उमा भारती ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जवाब आने वाले लोकसभा के चुनाव में भारत की जनता इनको भारत छोड़ो से देगी, शायद एक भी सीट ना मिले यही इनकी करतूतों की सजा होगी। एक अन्य ट्वीट में उमा भारती ने कहा, ‘कांग्रेस के कितने पाप गिनाऊ उन्होंने धर्म,जाति, नस्ल के आधार पर देश को बांटने में कोई कसर नहीं रखी। मुझे आश्चर्य है कि ऐसी पार्टी का नेता भारत जोड़ो यात्रा कर रहा है।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का रविवार को केरल की सीमा परासाला पहुंचा। केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का स्वागत केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और सांसद के सुधाकरन, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन, एआईसीसी महासचिव तारिक अनवर, वरष्ठि कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला, पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, डॉ शशि थरूर सांसद, यूडीएफ संयोजक एमएम हसन, यात्रा राज्य समन्वयक कोडक्किुन्निल सुरेश और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने किया। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल मार्च पर आधारित है।
सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शनिवार की रात परसाला के पास चेरुवरकोणम पहुंची थी। केरल में 11 से 29 सितंबर तक ‘मिले कदम, जुड़े वतन’ का नारा लगाते हुए 19 दिवसीय यात्रा सात जिलों को पार करेगी और 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
सोमवार को फिर आगे बढ़ेगी यात्रा
सोमवार को पदयात्रा नेमोम से कझक्कूट्टम तक फिर से शुरू होगी। मंगलवार को यह कझक्कूट्टम से कल्लमम्बलम के लिए शुरू होगी। यात्रा 14 सितंबर को कोल्लम में प्रवेश करेगी और 17 सितंबर को अलाप्पुझा पहुंचेगी। यह 21 सितंबर को एर्नाकुलम और 23 सितंबर को त्रिशूर में प्रवेश करेगी। यात्रा 26 सितंबर को पलक्कड़ और 28 सितंबर को मलप्पुरम में प्रवेश करेगी। बाद में, यात्रा तमिलनाडु के गुडल्लूर होते हुए कर्नाटक में प्रवेश करेगी। पदयात्रा में कांग्रेस के करीब 300 कार्यकर्ता शामिल हैं।