जहानाबाद:पुलिस प्रशासन ने मानव तस्करी खासकर लड़कियों को अगवा कर उसकी खरीद-बिक्री करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का उद्भेदन किया है। पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना, इसमें शामिल एक महिला, झोलाछाप डॉक्टर समेत आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसकी सूचना के बाद जिले में हड़कंप मच गया है।
खदुमपुर के टेहटा के एक गांव की युवती की बरामदगी के बाद एसपी के द्वारा गठित टीम ने मिले सुरागों के आधार पर अनुसंधान को तेज किया। इस क्रम में पुलिस को जानकारी हुई कि बिहार के नालंदा जिला अंतर्गत हिलसा थाना के ब्रह्म स्थान गांव के निवासी अजय यादव और उसी गांव के झोलाछाप डॉक्टर राकेश उर्फ पूतिया मुख्य भूमिका में शामिल रहता है। अजय उत्तर प्रदेश के राजकुमार, हरियाणा के सुखबीर सिंह एवं बबलू सिंह गिरोह के साथ मिलकर सिम्मी को पटना जंक्शन से पूजा अहिरवार के माध्यम से अपहरण किया था और हरियाणा में अमन उर्फ विजय के हाथों बेच दिया था।
खुलासा हुआ कि झोलाछाप डॉक्टर राकेश उर्फ पूतिया पानी में नशीली दवा पिलाकर अगवा की गई लड़कियों को बेहोश करता था और उसे बेहोशी की हालत में दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच दिया जाता था। वहां गर्भवती हो जाने पर उनका गर्भपात करवाने का काम भी डॉक्टर करता था। बताया गया है कि इस गिरोह में शामिल कुछ अन्य लोगों का भी पता लगाकर उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है। मानव तस्करी का धंधा करने वाले गैंग का सफल उद्भेदन करने में शामिल पुलिसकर्मियों की एसपी ने सराहना की है।
एसपी ने बताया कि इस कांड के मुख्य सरगना अजय यादव को नालंदा जिला के कतरीसराय थाना अंतर्गत बजराचक गांव की निवासी काजल कुमारी और नवादा जिला के पकरीबरावा की कारी देवी के साथ पटना के सिपारा से गिरफ्तार किया गया। इनके साथ इनके सहयोगी झोलाछाप डॉक्टर की भी गिरफ्तारी हुई थी। लड़कियों को बहला-फुसलाकर पटना जंक्शन से हरियाणा ले जाने वाली जसीडीह (झारखंड) की निवासी पूजा अहिरवार और उसके पति अनिल कुमार को भी गिरफ्तार किया। पूजा की निशानदेही पर यूपी के मैनपुरी से गिरोह में शामिल राजकुमार, पप्पू एवं ज्ञान सिंह को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता हासिल हुई।
एसपी ने बताया कि मखदूमपुर के टेहटा ओपी अंतर्गत एक गांव की रहने वाली युवती अपने पिता द्वारा डांट-फटकार के बाद घर से निकल गई थी। इस संबंध में उनकी मां के आवेदन पर 19 फरवरी 2022 को मामला दर्ज किया गया था। इस क्रम में 16 मई को युवती ने अपने बहनोई के मोबाइल पर फोन कर अपने आप के हरियाणा में होने की बात बताई थी।
इस सूचना पर एसपी के निर्देश पर पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम गठित कर हरियाणा भेजी गई जहां किठाना थाना अंतर्गत कैथल गांव से युवती को बरामद किया गया था। उसके तथाकथित पति अमन ऊर्फ विजय को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की। उसे जहानाबाद लाया गया था। अनुसंधान जारी था। पकड़े गए अमन ने पुलिस को बताया था कि सिम्मी परवीन को उसने एक लाख साठ हजार में खरीदा था।