पटना। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने नक्सली संगठनों से गठजोड़ में गुरुवार को बिहार के गया और भभुआ में पांच ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान जेडीयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी को भी शिकंजे में लिया गया। मनोरमा के घर से इतना कैश मिला कि उसे गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। देर शाम जारी एनआईए की विज्ञप्ति के मुताबिक सभी ठिकानों से छापेमारी के दौरान 4 करोड़ 3 लाख रुपये नकद, 10 अलग-अलग तरह के हथियार, कई तरह के दस्तावेज, पेन ड्राइव, मोबाइल, टैब, लैपटॉप समेत अन्य कई डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए हैं। मनोरमा के आवास पर करीब 20 घंटे सुबह चार बजे से रात 11:58 बजे तक छापेमारी चली।
सूत्रों के अनुसार, नक्सली संगठनों को अवैध हथियार, कारतूस और संसाधन मुहैया करने के मामले को लेकर पूर्व एमएलसी के आवास समेत अन्य ठिकानों पर एनआईए ने दबिश दी। गया में इनसे जुड़ा एक अन्य ठिकाना भी है, जहां छापेमारी की गई। गया के बांकेबाजार के गोइठा गांव में मौजूद सिमरन ट्रैवल्स के कार्यालय एवं इसके मालिक के आवास पर भी छापेमारी हुई। इसके मालिक द्वारिका यादव हैं। यहां बड़ी संख्या में कागजात की जांच की गई। द्वारिका की भी नक्सलियों से पुरानी साठगांठ बताई जा रही है। इनकी गाड़ी का नक्सलियों ने कई बार इस्तेमाल किया था। साथ ही नक्सलियों को आर्थिक मदद में भी इनकी भूमिका अहम रही है।
इसी मामले में भभुआ शहर में स्थित रुचिका प्रिंटर्स के ठिकाने पर भी छापेमारी की गई। यहां से कंप्यूटर, पेन ड्राइव, छपाई मशीन, कागजात समेत अन्य सामग्री की जांच कर इनके सैंपल जब्त किए गए। कहा जा रहा है कि नक्सली साहित्य समेत भड़काऊ सामग्री की छपाई इसी प्रेस में की गई थी।
भाकपा (माओवादी) मगध जोन को फिर से तैयार करने के मामले में एनआईए द्वारा गुरुवार को की गई व्यापक छापेमारी में बिहार से भारी मात्रा में हथियार, नकदी और डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद किये गए। जब्त कैश पर सफाई देते हुए मनोरमा देवी ने कहा कि जो पैसा है, वो उनकी कंपनी का है। कंपनी ने बैंक से लोन लिया है। इसके बारे में विशेष जानकारी हमारे सीए देंगे और जो सामान जब्त हुआ है वो प्राइवेट गार्ड का है।
मनोरमा देवी और बेटे रॉकी से पूछताछ
NIA के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने मनोरमा देवी के घर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी ने पूर्व एमएलसी और उनके बेटे रॉकी यादव से पूछताछ की। छापेमारी के दौरान उके घर पर मनोरमा देवी, रॉकी, सरकारी गार्ड और घर के नौकर मौजूद थे। उनका छोटा बेटा जैकी दिल्ली में है। इस दौरान घर के अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं दी गई। पूरे आवास की घेराबंदी की गई।
बता दें कि जांच एजेंसी ने पिछले साल नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामला पिछले साल 26 सितंबर को दर्ज किया था। इसके बाद से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले औरंगाबाद के गोह थाने में 7 अगस्त 2023 को एक बड़ी नक्सली वारदात को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें राष्ट्र विरोधी गतिविधि समेत कई अन्य संगीन धाराएं लगाई गई थीं।
गोह थाने में दर्ज एफआईआर में 20 नामजद समेत अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया था। इनमें प्रमोद मिक्षा, अनिल यादव, श्रीनिवास उर्फ मास्टर, अजीत दा, विवेक समेत अन्य प्रमुख नक्सली नेता शामिल हैं। इस मामले में एनआईए ने इसी साल फरवरी में नक्सली रोहित और प्रमोद के खिलाफ चार्जशीट दायर की। दोनों पर मगध क्षेत्र में फिर से नक्सली संगठन खड़ा करने की कोशिश करने का आरोप है।