श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन आरोपों का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को जब इन तीनों परिवारों की जरूरत थी, तब उन्हें इन तीनों के साथ गठबंधन करने में कोई समस्या नहीं हुई। उमर ने कुलगाम जिले में एक रैली के बाद संवाददाताओं से कहा, “अगर चुनाव के बाद भाजपा को कम सीटें मिलती हैं और अगर पीडीपी उसे समर्थन देती है, तो भाजपा को सरकार बनाने के लिए पीडीपी में कोई दोष नहीं मिलेगा।”
उन्होंने पूछा कि जब भाजपा ने 2014 के चुनावों के बाद पार्टी के साथ साझेदारी की थी तब भाजपा ने पीडीपी को बुरा क्यों नहीं माना था। उस समय मुफ्ती मुहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने थे। उमर ने कहा कि जब भी भाजपा को अतीत में इन तीन परिवारों के समर्थन की आवश्यकता पड़ी है, तो उसने इनमें से किसी में भी कुछ भी बुरा नहीं देखा है।
उन्होंने पूछा, “जब दिवंगत वाजपेयी चाहते थे कि मैं मंत्री बनूं, तो क्या मैं तब बुरा नहीं था?” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव का समय होने पर एनसी को दोष देंगे।
उमर ने कहा कि प्रधानमंत्री को शुक्रवार को किश्तवाड़ में दो सैनिकों की हत्या और बारामूला के टप्पर इलाके में हुई मुठभेड़ के बारे में बात करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें बताया गया था कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद बंदूकें गायब हो जाएंगी, लेकिन क्या ऐसा हुआ है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री लोगों को मुद्दों से भटकाने के लिए परिवारवाद की बात करते हैं। अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं। किश्तवाड़ इलाके में आतंकवादियों के हाथों एक सैन्य अधिकारी और एक जवान शहीद हो गए। आज उत्तरी कश्मीर में मुठभेड़ जारी है। शायद जम्मू में कोई ऐसा इलाका नहीं है, जहां आतंकवाद का प्रभाव न दिखता हो। चाहे चिनाब घाटी हो, पीर पंजाल हो, उधमपुर हो, रियासी हो, सांबा हो, जम्मू हो या कठुआ हो, जहां भी देखो, आतंकवाद का प्रभाव दिखता है। प्रधानमंत्री बहुत कुछ कह सकते हैं, लेकिन वे यह नहीं कह सकते कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने में कोई खास सफलता हासिल की है।