नई दिल्ली:ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और डबल विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट सहित भारत के शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने के लिए नई दिल्ली में जंतर मंतर लौट आए हैं। पहलवानों की मांग है कि अब जब तक अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। इसको लेकर पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दोबारा अपनी बात रखी।
बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने 4 बजे जंतर-मंतर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सात पहलवान लड़कियों ने शिकायत दी है, लेकिन उनकी शिकायत पर FIR नहीं की जा रही है। इससे पहले विनेश ने रविवार को ट्वीट किया था, “इस देश का नाम रोशन करने वाली विभिन्न महिला पहलवानों का डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा यौन शोषण और उत्पीड़न किया गया है। दिल्ली पुलिस 21.04.2023 को शिकायतों के बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही है।” पहलवानों ने कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण पर पहले लगाए गए आरोपों की जांच के लिए कमेटी बनी थी लेकिन उस कमेंटी की जांच में क्या सामने आया, इसके बारे में हमें कुछ नहीं बताया गया है।
भारतीय पहलवानों के बयान
बजरंग पुनिया ने जोर देकर कहा, ”जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती, हम यहां से नहीं हटेंगे.” उन्होंने कहा, “हमें जो बताया गया उसके बावजूद महासंघ काम कर रहा है। इवेंट अभी भी हो रहे हैं।”
साक्षी मलिक ने कहा, ”हम लोग पिछले तीन महीने से मानसिक प्रताड़ना से गुजर रहे हैं। हम चाहते हैं कि कुछ निर्णय लिया जाए। अगर हम सेफ नहीं है तो दूसरे लोग कैसा महसूस करेंगे। हम थक गए हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि थोड़ा न्याय मिलेगा। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करते हैं कि हमारी बात सुनें और कृपया कुश्ती को सुरक्षित हाथों में दें। सबूत पेश करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।” साक्षी मलिक का कहना है कि खेल मंत्रालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
विनेश फोगाट ने कहा, ”आप ये भी जानते हैं कि हम एक ताकतवर व्यक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं और हम ऐक्शन चाहते हैं। हम पिछले 90 दिन से कोशिश कर रहे हैं। कोई भी हमें जवाब नहीं दे रहा है। हमारे फोन का जवाब नहीं दिया जा रहा है और हम इससे थक गए हैं।” विनेश फोगाट ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण के नार्को टेस्ट की मांग भी की है। विनेश फोगाट ने कहा, ”हम कुश्ती के परिवार से हैं, हम जंतर-मंतर पर मरेंगे, पूरा देश देखे तो सही।
विनेश फोगाट ने आरोप लगाया, ”सब कुछ सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है। हम पर भरोसा नहीं किया जा रहा है। सब कुछ अंधेरे में रखा जा रहा है। समिति के सभी सदस्य राजनीतिक रूप से जुड़े हुए थे और वे उनका पक्ष ले रहे हैं। हम इसके बारे में ज्यादा नहीं बता सकते।” विनेश ने कहा कि उन लोगों को नहीं पता कि समितियां क्या कर रही हैं। हम सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित कई सम्मानित पहलवान कुश्ती महासंघ के खिलाफ जनवरी में प्रदर्शन पर बैठे थे। पहलवानों ने महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिये निगरानी समिति के गठन का फैसला लिया।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सात सदस्यीय समिति गठित की थी। मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम इस समिति की अध्यक्ष थीं जांच समिति में पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी, भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव, अलकनंदा अशोक और दो वकील तलीश राय व अशोक चंद्रा भी शामिल हैं।।