जयपुर:राजस्थान में दिग्गज बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा को बीजेपी आलाकमान हैसियत दिखा दी है। बीजेपी ने राजस्थान की 200 विधानसभा के लिए 182 प्रत्याशी खड़े कर दिए है। इनमे से किरोड़ी लाल को सिर्फ एक टिकट मिला है। हालांकि, बीजेपी ने किरोड़ी को सवाई माधोपुर से टिकट दिया है। बता दें विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी ने आधा दर्जर किरोड़ी समर्थकों को टिकट दिए दिए थे। लेकिन इस बार उनकी पत्नी गोलमा देवी को भी टिकट नहीं दिया है। किरोड़ी ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय किया था। किरोड़ी के साथ उनके समर्थक भी बड़ी संख्या में बीजेपी में शामिल हुए थे। लेकिन इस बार बीजेपी ने सिर्फ दो टिकट दिए है। किरोड़ी और राजेंद्र।दौसा जिले की महुआ से राजेंद्र मीणा को बीजेपी ने टिकट दिया है, जोकि किरोड़ी लाल के भतीजे है। पिछली बार भी राजेंद्र को ही टिकट दिया था, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी ओमप्रकाश हुडला से चुनाव हार गए थे। एक बार फिर दोनों आमने-सामने है। फर्क इतना है कि हुडला इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
हार के डर से नहीं दिया टिकट
सियासी जानकार किरोड़ी समर्धकों को टिकट नहीं मिलने के अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। कुछ का कहना है कि बीजेपी में किरोड़ी लाल की भूमिका सीमित है। जबकि कुछ अन्य लोगों का कहना है कि इस बार बीजेपी आलाकमान ने पैरवी करने वालों को टिकट नहीं दिए है। जैसे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने करीबी राजपाल सिंह शेखावत और युनूस खान की पैरवी की, लेकिन टिकट नहीं मिला। इसी तरह किरोड़ी के पैरवी को आलकमान ने दरकिनार कर टिकट दिए है। बता दें विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी ने दौसा, करौली, सवाई माधोपुर और अलवर में किरोड़ी कैंप के माने जाने वाले नेताओं को टिकट दिए थे। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। खुद किरोड़ी लाल की पत्नी और भतीजा चुनाव हार गए थे।
राजपा से बीजेपी में लौटे थे किरोड़ी
बता दें पूर्वी राजस्थान के दौसा, करौली, सवाई माधोपुर और अलवर जिले के कुछ हिस्सें में किरोड़ी का प्रभाव माना जााता है। विधानसभा चुनाव 2018 में राजपा से भाजपा में लौटे किरोड़ी से भाजपा को लाभ मिलने की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी। जिले की 4 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। एक सीट पर भाजपा के बागी व निर्दलीय उम्मीदवार ओमप्रकाश हुड़ला ने किरोड़ीलाल के भतीजे राजेंद्र मीणा को हराया था। किरोड़ी के भाजपा में आने से पहले पिछले चुनावों में भाजपा के पास तीन और राजपा ने दो सीटें जीती थीं। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे दौसा से प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा ने भाजपा के विधायक शंकर शर्मा को शिकस्त दी थी। लालसोट सीट पर भी पूर्व मंत्री परसादी लाल मीणा ने भाजपा के रामबिलास मीणा को कांटे की टक्कर में हरा दिया दिया था।